बेंगलुरु में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की सुरक्षा में हुई चूक ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर किया है। जब कोई अनजान व्यक्ति मंच पर चढ़कर सीएम के करीब पहुंचने की कोशिश कर रहा था, तो यह स्थिति खासी चिंताजनक थी। सुरक्षाकर्मियों ने समय पर कार्रवाई की और उस शख्स को पकड़ लिया, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया।
हालांकि, इस घटना में सीएम की सुरक्षा की चूक की वजह से एक बार फिर सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की आवश्यकता स्पष्ट हो गई है। इससे पहले भी सुरक्षा में चूक की घटनाएं सामने आई थीं, जैसे कि लोकसभा चुनाव के दौरान एक कार्यकर्ता ने सीएम को माला पहनाते समय पिस्टल के साथ मंच पर प्रवेश किया था।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा प्रबंधन को और अधिक सख्त और चौकस रहने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की सुरक्षा की चूक से बचा जा सके। सुरक्षाकर्मियों को इन प्रकार की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए बेहतर प्रशिक्षण और प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना होगा।