कपूरथला नगर निगम कर्मचारी यूनियन अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। कर्मचारियों ने निगम कमिश्नर के दफ्तर के बाहर धरना लगाकार प्रशासन और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। यूनियन के प्रधान गोपाल थापर ने कहा कि साल 2021 से सीवरेजमैन तथा कर्मचारी रखने के लिए मांग उठाई जा रही है। लेकिन समय समय पर आए अधिकारियों की ओर से हाउस में भर्ती प्रस्ताव रखने की बात कहते हुए टाल दिया जाता है।
वहीं निगम कमिश्नर ने बताया कि उक्त कर्मचारियों की भर्ती पंजाब सरकार की ओर से सिलेक्शन बोर्ड द्वारा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कूड़े के डंप की समस्या के लिए डीसी कपूरथला से आज उनकी एक मीटिंग भी हुई है। इस समस्या को जल्दी ही हल कर दिया जाएगा।
2022 में रखा गया था इंटरव्यू
बता दें कि साल 2022 अक्टूबर महीनें में सफाई सेवकों तथा सीवरेजमैन के पदों के लिए इंटरव्यू रखा गया था। जिसमें 1119 आवेदनकर्ताओं ने इंटरव्यू दी थी। कागजातों की पड़ताल करने के लिए निगम के ही कर्मचारियों की तैनाती हुई। लगभग 4 दिनों में इस प्रक्रिया को पूरा किया गया था। लेकिन इंटरव्यू के बाद भी यह भर्ती नहीं हो पाई।
जगह-जगह लग रहे कूड़े के ढेर
वहीं अब सैंकड़ों सफाई कर्मचारी आज से हड़ताल पर चले गए है। दूसरी तरफ शहर में जगह जगह कूड़े के ढेर लगने शुरू हो गए है। जिससे शहर वासियों को गंदगी भरे माहौल का सामना करना पड़ रहा है।
कूड़ा डंप करने के लिए जगह की भी कमी
प्रदेश उप प्रधान गोपाल थापर ने कहा कि उनकी मुख्य मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों व सीवरमैनों को पक्का किया जाए। निगम में काम करते क्लर्क, कंप्यूटर ऑप्रेटर, फायर ब्रिगेड, ड्राइवर, सेवादार, माली को डीसी को रेट पर तब्दील करने संबंधी हाउस में प्रस्ताव डाला जाए। उन्होंने यह भी रोष जताया कि निगम में कई सालों से कूड़ा डंप करने के लिए जगह की भी कमी है।
कूड़ा लिफ्ट करने का ठेका 3 साल से खत्म हो चुका है
वहीं, निगम कई सालों से कूड़ा डंप करने के लिए स्थान उपलब्ध करवाने में अभी तक असफल है। थापर ने यह भी कहा कि शहर से कूड़ा लिफ्ट करने का ठेका 3 साल से खत्म हो चुका है। लिफ्टिंग का काम भी निगम के पक्के सफाई कर्मचारियों से लिया जा रहा है। शहर में कूड़ा डंप करने के लिए नगर निगम के पास अपनी कोई जगह नहीं है।
जिस कारण कर्मचारियों को कूड़ा लिफ्ट करने में परेशानी होती है। जिस कारण शहर में साफ सफाई की व्यवस्था नहीं हो पा रही। लोगों को भी इन मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है। इसलिए यूनियन की तरफ से मांग की जाती है कि शहर की सफाई व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने के लिए जल्द से जल्द कूड़ा डंप करने के लिए उचित जगह मुहैया करवाई जाए। ताकि शहर को साफ-सुथरा रखा जा सके।
मानसून सीजन में कूड़े के ढेर से बीमारियों का खतरा बढ़ता है
बता दें कि निगम कर्मचारियों की हड़ताल और मानसून सीजन के चलते कूड़े के ढेरों से शहर में बीमारियां फैलने का खतरा भा मंडरा रहा है। यूनियन अपनी मांगों को लेकर पिछले 3 साल से कई बार हड़ताल पर जा चुकी है। इस दौरान कूड़े के ढेर लगने से शहर निवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता रहा है। अब फिर से शहर में गंदगी का आलम बन गया है।