अमेरिका ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई करते हुए 104 भारतीयों को वापिस भेज दिया। जिसमें 30 पंजाबी शामिल हैं और इनमें 4 जालंधर के रहने वाले हैं। इन्ही में से एक जालंधर के सलारिया का रहने वाला जसकरण भी है। जसकरण को परिवार वालों ने 45 लाख रुपए लगाकर विदेश भेजा था। ताकि वह परिवार की हालत को संभाल पाए। पर उसके वापिस आने से सभी सपने टूट गए हैं।
6 महीने पहले ही भेजा था विदेश
जसकरण के पिता जोगा सिंह ने बताया कि उनका बेटा 6 महीने पहले विदेश गया था, जहां 2 से ढाई महीने वह दुबई में रहा। जिसके बाद वह 25 जनवरी को मैक्सिको में दाखिल हुए। इस दौरान वहां पर उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वह काफी मुश्किलों का सामना करते हुए अमेरिका पहुंचा था। उसे कर्ज लेकर 45 लाख रुपए लगाकर विदेश भेजा था। अब बेटे के वापिस आने से सारे सपने अधूरे रह गए।
दुबई में रह रहे एजेंट ने दिया धोखा
जोगा सिंह ने आगे बताया कि देर रात जसकरण घर पहुंचा और उसने वहां पर आ रही दिक्कतों के बारे में बताया। एजेंट दुबई में रहता है और उसने बेटे के साथ धोखाधड़ी करके उसे फंसाया है। अमेरिका से डिपोर्ट होने के बाद आज सुबह ही जसकरण सिंह शहर की ओर किसी काम के सिलसिले से चला गया।
पंजाब सरकार से की आर्थिक मदद करने की अपील
उन्होंने आगे कहा कि घर में 4 बच्चियां है, परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया। पंजाब सरकार से अपील है कि वह परिवार की आर्थिक सहायता करें। ताकि हम जिस मुसीबत में फंसे हैं, वहां से निकाल सकें। क्योंकि 45 लाख रुपए के कर्ज के नीचे दबने से परिवार को पालना मुश्किल लग रहा है।