हम सभी स्वस्थ रहना चाहते हैं। लेकिन स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना जरूरी है। रोजमर्रा की जिंदगी में हम जाने-अनजाने कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो हमारी सेहत पर बुरा असर डालती है। सेहतमंद रहने के लिए सही खान-पान का चुनाव करना चाहिए।
क्या आपको भी मीठा खाने का बहुत शौक है? मीठा है ही ऐसी चीज कि देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। यूं तो मिठाई खाना बुरी बात नहीं है लेकिन ज्यादा मीठा खाना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा मीठा खाने से आपकी सेहत ही नहीं आपकी त्वचा भी बहुत सारी परेशानियों का शिकार बन रही है। मीठा खाने से न केवल ब्लड शुगर लेवल और हार्मोनल बैलेंस पर असर होता है, बल्कि इसका असर हमारी इम्यूनिटी पर भी होता है। ज्यादा मीठा खाने से किस तरह इम्यूनिटी प्रभावित होती है।
ज्यादा मीठा खाने का इम्यूनिटी पर असर
- ज्यादा मीठा खाने से गट माइक्रोबायोम इंबैलेंस होते हैं, जिसके चलते गट में मौजूद अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के बीच संतुलन बिगड़ जाता है।
- इसके चलते आंतों की एपिथेलियम की लेयर में सूजन आ सकती है और लीकी गट की समस्या हो सकती है।
- हेल्दी गट, इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है। आंतों के लीक होने पर इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है।
आयुर्वेद में भी डाइजेस्टिव सिस्टम और इम्यूनिटी का सीधा संबंध
ज्यादा मीठा खाने से डाइजेशन में होने वाली गड़बड़ी से इम्यूनिटी प्रभावित होती है और इंफेक्शन्स हमें जल्दी घेर लेते हैं। आयुर्वेद में खाने को सही तरह से पचाने के लिए डाइजेस्टिव फायर को जरूरी माना गया है। अगर यह डाइजेस्टिव फायर यानी जठराग्नि कमजोर होती है, तो जो भी हम खाते हैं उस फूड के ब्रेकडाउन और डाइजेस्ट होने में मुश्किल आती है। ज्यादा मीठा खाने का असर इस फायर पर भी होता है और जिसके चलते डाइजेशन और फिर इम्यूनिटी (इम्यूनिटी को मजबूत करने के टिप्स) प्रभावित होती है।
मीठा खाने की लत से छुटकारा पाने के तरीके
- जब भी आपको कभी कुछ मीठा खाने की क्रेविंग हो तो अधिक मात्रा में खाने की बजाय बस एक निवाला या एक चम्मच खाएं। इससे आपकी क्रेविंग भी शांत हो जाएगी और शुगर से मिलने वाले नुकसान से भी आप बच जाएंगे।
- आप मीठी चीजों के स्वस्थ विकल्प भी चुन सकते हैं जैसे कि फल औेर फ्रूट जूस। पेय पदार्थों या व्यंजनों में चीनी की जगह शहद का प्रयोग करें। केला, सेब और संतरा इसके अच्छे विकल्प हैं।
- जब भी आपको शुगर क्रेविंग हो तो कुछ हेल्दी खा लें। प्रोटीन युक्त पदार्थ जैसे कि मांस, मछली और अंडा खा सकते हैं। भूख को कम करने में ये बहुत मददगार साबित होते हैं।
- ब्रिस्क वॉक भी शुगर क्रेविंग को कंट्रोल करने में मदद करती है। इसके अलावा एक्सरसाइज से एंडोर्फिन हार्मोन भी रिलीज होगा जो कि आपको 'फील गुड' देगा। इससे भी क्रेविंग को दूर करने में मदद मिल सकती है।
- कुछ लोगों को डिहाइड्रेशन की वजह से क्रेविंग होती है इसलिए जब भी आपका कुछ मीठा खाने का मन करे तो एक गिलास पानी पी लें।
- अच्छी नींद लेना भी स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है। इससे आपको अनावश्यक क्रेंविंग से बचने में मदद मिलेगी।