ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर के शहीद उधम सिंह नगर में स्थित राधे कृष्ण मंदिर में आज सुबह पुजारी और प्रंबंधक कमेटी के प्रधान में विवाद हो गया। दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि परेशान होकर पुजारी ने खुद को आग लगा ली। इस घटना में घायल पुजारी को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायल पुजारी की पहचान शिव दयाल के रूप में हुई है। वहीं प्रधान की पहचान पवन कुमार के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि इस घटना में पुजारी 40 प्रतिशत झुलस गया है।
दोबारा पुजारी न रखने पर हुआ विवाद
आरोप है कि पुजारी छठ पूजा के दौरान प्रंबंधक कमेटी के सदस्यों को घर जाने के लिए छुट्टी का पत्र देकर चला गया था। जिसके बाद अब वह वापिस जालंधर लौटा तो प्रबंधक कमेटी के प्रधान ने मंदिर में नौकरी करने से उसे मना कर दिया। जिसके बाद वह अन्य मैंबरों के घरों में जाकर नौकरी की गुहार लगाई। इसी बात को लेकर आज पुजारी और प्रधान में विवाद हो गया।
पुजारी को इन शर्तों पर रखने के लिए कहा गया
आरोप है कि पुजारी को अब शर्तों के आधार पर नौकरी करने के लिए कहा जा रहा था। जिसमें शर्त थी कि वह किसी के घरों में पूजा पाठ के लिए नहीं जाएगा और ना ही वह कोई क्रिया कर्म का काम करेगा। वह सिर्फ मंदिर में ही रहेगा। पुजारी के परिवार का कहना है कि वह किराये पर रह रहे है, ऐसे में वह घर का गुजारा कैसे करेंगे। वहीं पुजारी ने नौकरी में ना रखने के चलते परेशान होकर खुद को आग लगा ली।
पुजारी ने कहा कि वह छुट्टी लेकर 10 दिनों के लिए घर गया था, लेकिन जब आया तो प्रबंधक कमेटी की ओर से कहा जा रहा है कि जब वह बुलाएंगे तब ही मंदिर आना। पुजारी ने कहा कि वह पिछले 10 दिनों से परेशान हो रहा है। घर में उसके खाने के लिए अनाज का दाना नहीं है। ऐसे में वह बिना नौकरी से घर का गुजारा कैसे करेगा।
कमेटी के कारण परेशान थे पुजारी
वहीं सारिका ने बताया कमेटी के कारण पुजारी परेशान हुए थे। घर जाने से पहले वह छुट्टी का पत्र देकर गए थे। इस दौरान दूसरे प्रधान पवन कुमार ने कहा कि ठीक है कोई बात नहीं है। लेकिन अब कह रहे है कि पुजारी पत्र उसके हाथ में देकर नहीं गया था, ऐसे में कमेटी वाले परेशान है।
10 दिन से परिवार भूखा
पीड़िता ने कहा कि वह पिछले 10 दिनों से भूख प्यास से परिवार को लेकर लोगों के घरों में भटक रहा है। प्रबंधक कमेटी अगर चाहती है कि पुजारी मंदिर के अलावा किसी के घर में कोई पूजा ना करें तो प्रंबधक कमेटी पुजारी को रहने के लिए मकान और 30 हजार रुपए सैलेरी दे दें तो वह मंदिर में ही रह लेंगे। उन्होंने मांग की है कि पुजारी को मंदिर में रखा जाए। परिवार ने कहा कि इस घटना की शिकायत जल्द वह पुलिस को देंगे। वहीं इस मामले पर फिलहाल कमेटी मेंबर और प्रधान का बयान सामने नहीं आया है।