मणिपुर में नदी के पास 6 लापता मैतेयी समुदाय लोगों के शव बरामद होने के बाद प्रदर्शनकारियों में काफी गुस्सा है। प्रदर्शनकारियों ने देर रात राज्य के इंफाल में मंत्रियों और विधायकों के घरों में घुसने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले और हवाई फायरिंग करनी पड़ी। हालात बिगड़ते देख 5 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, 7 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच शनिवार को स्थिति एक बार फिर तनावपूर्ण हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर धावा बोल दिया। यह हिंसा उन छह लापता लोगों में से तीन के शव मिलने के एक दिन बाद हुई है, जिन्हें हाल ही में मणिपुर में एक नदी से बचाया गया था। हमले के बाद राज्य सरकार ने पांच जिलों में अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया और कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दीं।
मणिपुर में हिंसा की वजहें कई हैं, जिनमें से प्रमुख ये हैं-
मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इंफाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं।
मैतेई समुदाय की मांग है कि उन्हें भी जनजाति का दर्जा दिया जाए। समुदाय ने इसके लिए मणिपुर हाई कोर्ट में याचिका लगाई। समुदाय की दलील थी कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था। उससे पहले उन्हें जनजाति का ही दर्जा मिला हुआ था। इसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से सिफारिश की कि मैतेई को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए।
- आरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण: कुकी ग्रामीणों को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने को लेकर तनाव था।
- म्यांमार से अवैध प्रवास: म्यांमार से अवैध प्रवास ने भी तनाव बढ़ा दिया।
- बढ़ती आबादी: बढ़ती आबादी के कारण भूमि उपयोग पर दबाव है।
- बेरोज़गारी: बेरोज़गारी ने युवाओं को मिलिशिया की ओर धकेल दिया है।
- पुलिस द्वारा महिलाओं को दंगाइयों को सौंप देना: हिंसा के दौरान पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए मदद की गुहार लगाने वाली कुकी-जोमी समुदाय की दो महिलाओं को दंगाइयों को सौंप दिया था। इसके बाद भीड़ ने उनका यौन उत्पीड़न किया।
- जुलाई 2023 में वायरल हुआ एक वीडियो: इस वीडियो में दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा नग्न अवस्था में एक खेत की ओर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा था।