Shri Ram Vivah Major festivals : अगहन माह इस बार 26 दिसंबर तक रहेगा। कार्तिक माह खत्म हो चुका है और 28 नवंबर से मार्गशीर्ष यानि अगहन मास की शुरुआत हो गई है। सनातन धर्म में मार्गशीर्ष या अगहन माह का विशेष महत्व है। पुराणों में उल्लेख है कि इसी माह में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। इतना ही नहीं, मार्गशीष माह में ही श्रीराम का सीताजी के साथ तथा शिवजी का पार्वतीजी के साथ विवाह हुआ था। त्रेतायुग में मार्गशीर्ष महीने में ही श्रीराम का सीताजी से विवाह हुआ था।
शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 17 को
अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी के दिन श्रीराम-सीता का विवाह हुआ था। अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि इस बार 17 दिसंबर को पड़ रही है। श्रीराम सीता के विवाह के दिन को विवाह पंचमी भी कहा जाता है। शिव पार्वती का विवाह भी मार्गशीर्ष महीने में हुआ था। शिव पुराण के रुद्र संहिता में इस संबंध में विस्तार से बताया गया है।
29 नवंबर को शिव-पार्वती विवाह
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार शिव पुराण में उल्लेखित माह और तिथि के मुताबिक 29 नवंबर यानि बुधवार को शिव पार्वती विवाह का दिन पड़ रहा है। हिंदू पंचांग का यह नौवां महीना होता है और इसे भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित किया गया है। आइए जानते हैं इस महीने के प्रमुख व्रत-त्योहार और उनकी तारीखें।
मार्गशीर्ष मास 2023 व्रत-त्योहार
28 नवंबर 2023 दिन मंगलवार- मार्गशीर्ष माह प्रारंभ, रोहिणी व्रत
29 नवंबर 2023 दिन बुधवार— शिव पार्वती विवाह
30 नवंबर 2023 दिन गुरुवार- गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
5 दिसंबर 2023 दिन मंगलवार- काल भैरव जयंती, मासिक जन्माष्टमी
8 दिसंबर 2023 दिन शुक्रवार - उत्पन्ना एकादशी
10 दिसंबर 2023 दिन रविवार - प्रदोष व्रत
11 दिसंबर 2023 दिन सोमवार - मासिक शिवरात्रि
12 दिसंबर 2023 दिन मंगलवार - दर्श अमावस्या
16 दिसंबर 2023 दिन शनिवार - धनु संक्रांति, विनायक चतुर्थी
17 दिसंबर 2023 दिन रविवार - विवाह पंचमी, श्रीराम सीता विवाह
18 दिसंबर 2023 दिन सोमवार - स्कंद षष्ठी
20 दिसंबर 2023 दिन बुधवार - मासिक दुर्गाष्टमी
22 दिसंबर 2023 दिन शुक्रवार - मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती
23 दिसंबर 2023 दिन शनिवार- मत्स्य द्वादशी
24 दिसंबर 2023 दिन रविवार- प्रदोष व्रत
26 दिसंबर 2023 दिन मंगलवार - दत्तात्रेय जयंती, अन्नपूर्णा जयंती, त्रिपुर भैरवी जयंती, मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत