चीन में फैले वायरस एचएमपीवी ने अब भारत में भी असर दिखाना शुरु कर दिया है। भारत में इसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार,देश में अभी तक 8 लोग इस वायरस का शिकार हो चुके हैं। तीन राज्यों में अभी तक एचएमपीवी के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है हालांकि केंद्र सरकार का यही कहना है कि मामलों के बढ़ने से स्थिति कोविड जैसी नहीं होगी। आपको बता दें कि पहली बार यह वायरस साल 2001 में नीदरलैंड्स में मिला था।
वायरस के 8 केस आए सामने
चीन में फैले एचएमपीवी वायरस के भारत में भी अभी तक 8 केस आ चुके हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस मिले हैं। इनमें से 13 साल की एक लड़की और 7 साल का एक लड़का संक्रमित पाए गए थे। इससे पहले सोमवार सुबह कर्नाटक में 3 महीने की बच्ची और 8 महीने के बच्चे में यह वायरस पाया गया था। दोनों बच्चों की जांच बैंगलुरु के एक अस्पताल में हुई थी। पश्चिम बंगाल में भी 5 महीने की बच्चे में इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। बच्चे का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। तमिलनाडु के चेन्नई में भी दो बच्चे संक्रमित मिले हैं। अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे में वायरस पाया गया था जिसके बाद उसे अहमदाबाद के अस्पताल में दाखिल करवाया गया था।
नहीं है चिंता की बात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने भी सोमवार को कहा कि सरकार स्थिति पर बारीकी के साथ नजर रख रही है और चिंता की कोई भी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है और देश में किसी भी सामान्य श्वसन वायरस में भी कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। नड्डा ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि - 'चीन में एचएमपीवी की हाल में ही आई खबरों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय आईसीएमआर देश की शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्था और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) चीन और अन्य पड़ोसी देशों में स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं'। उन्होंने कहा कि - 'डब्ल्यूएचओ ने स्थिति का संज्ञान भी लिया है और शीघ्र ही रिपोर्ट हमारे साथ शेयर करेगा। आईसीएमर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के पास उपलब्ध श्वसन वायरस के लिए देश के आंकड़ों की भी समीक्षा की गई है और भारत में किसी भी सामान्य श्वसन वायरस रोगजनकों में भी कोई वृद्धि नहीं हुई है'।
इस स्थिति को देखते हुए 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की अध्यक्षता में संयुक्त निगरानी बैठक आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि - देश की स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क है कि राष्ट्र किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार रहे। चिंता की कोई बात नहीं है हम स्थिति पर बारीकी से नजर भी रख रहे हैं।
तमिलनाडु सरकार ने की अपील
तमिलनाडु सरकार ने भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि राज्य में इसके दो मामले सामने आए हैं। राज्य सरकार ने कह दिया कि नया नहीं है और यह पहले से फैल चुका है। एचएमपीवी वायरस स्थिर बना हुआ है और चिंता की कोई बात नहीं है। राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी सूचना में बताया गया कि एचएमपीवी संक्रमण आमतौर पर स्व-सीमित होते हैं और खुद ही ठीक हो जाते हैं। इसके लिए पूरा आराम और हाइड्रेशन की जरुरत होती है। इसके उपचार में सहायक बनता उपचार किया जाता है।