पंजाब के नए राज्यपाल(गवर्नर) व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार(31 जुलाई) को शपथ ली। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश शील नागू ने उन्हें शपथ दिलाई। वहीं इस मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और हरियाणा के गवर्नर भी मौजूद रहे।
ये पद कोई सजावट नहीं- कटारिया
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि राष्ट्रपति ने मुझे पंजाब की जिम्मेदारी सौंपी है। मैं एक अच्छे लोक सेवक की तरह इसे निभाने का पूरा प्रयास करूंगा। ये पद कोई सजावट नहीं है, इसके लिए लोगों की सेवा करनी होती है। 40-45 साल की जनसेवा में मैंने लोगों की सेवा को ही अपना 'धर्म' माना है। यहां भी मैं यह देखने का प्रयास करूंगा कि आम लोगों की समस्याओं को सुलझाने में मैं कितना उपयोगी हो सकता हूं।
उन्होंने कहा कि कोई भी मेरे पास आकर अपनी बात कह सकता है। मैं अपनी तुलना किसी से नहीं करता। मुझे सभी के साथ मिलकर काम करने की आदत है। मुझे लगता है कि हमने अलग-अलग राजनीतिक दलों से चुनाव लड़ा, लेकिन लक्ष्य था- लोगों की अच्छी तरह से सेवा करना।
बता दें कि राजभवन के गुरु नानक ऑडिटोरियम में शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है। वहीं, पूर्व राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, स्पीकर कुलतार सिंह संधवां शपथ ग्रहन समारोह में पहुंचे हैं। उनके अलावा वित्त मंत्री हरपाल चीमा, स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह, फूड एंड सप्लाई मंत्री लाल चंद कटारुचक भी मौजूद हैं।

ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
शपथ कार्यक्रम को देखते हुए चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की तरफ से भी एक एडवाइजरी जारी की गई है। पंजाब गवर्नर हाउस के बाहर से निकलने वाली सड़क को दोपहर 12:00 तक बंद किया गया है। यह फैसला कई VIP मेहमानों के आने के कारण लिया गया है। इस सड़क से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। लोगों को इधर न आने की अपील की गई है।

राजस्थान से पहुंचें 200 मेहमान
चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों की मानें तो गुलाबचंद कटारिया के शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान से करीब 200 मेहमान हिस्सा लेने पहुंचे हैं। यूटी प्रशासन मेहमानों के ठहराने की तैयारी में जुटा हुआ है। यूटी प्रशासन के साथ ही पंजाब सरकार की ओर से सभी मेहमानों के स्वागत को लेकर इंतजाम किए गए हैं। यूटी प्रशासन की ओर से मेहमानों के लिए 6 सीटीयू की बसें तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। गुलाबचंद कटारिया तीसरी ऐसे प्रशासक और राज्यपाल होंगे जो राजस्थान से संबंधित है।
जानें कौन हैं कटारिया?
गुलाब चंद कटारिया को फरवरी 2023 में असम का राज्यपाल बनाया था। उसके पहले वह राजस्थान बीजेपी के बड़े नेता हुआ करते थे। वह वसुंधरा राजे की सरकार में साल 2014 से लेकर 2018 तक राज्य के गृह मंत्री भी रह चुके हैं। वह मूल रूप से उदयपुर के रहने वाले कटारिया लोकसभा के सांसद और राजस्थान के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री भी रहे हैं।
एक समय उनको राजस्थान के सबसे सीनियर नेताओं में रखा जाता था। कटारिया को पार्टी ने इनाम देते हुए उनको असम का राज्यपाल नियुक्त किया था। अब उनको पंजाब का राज्यपाल और चंडीगढ़ का उपराज्यपाल बनाया गया है।
1977 में बने थे पहली बार विधायक
वहीं कटारिया के राजनीतिक सफर की बात करें तो साल 1977 में पहली बार वो उदयपुर शहर सीट से पहली बार विधायक चुने गए थे। इसके बाद कटारिया दिन-प्रतिदिन आगे बढ़ते चले गए। 1977, 1980, 2003 से 2018 तक उदयपुर से भाजपा को जीत दिलाई। लगातार कार्यकाल के बाद उन्होंने उदयपुर को भाजपा का गढ़ बना दिया। बताया जाता है कि कटारिया ने जीवन में कुल 11 चुनाव लड़ा जिसमें से वह 9 बार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। उन्होंने