किसान नेता गुरनाम चढूनी ने हरियाणा विधानसभा और पंजाब उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है। 2022 में हार के बाद किसान एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरेंगे। गुरनाम चढूनी ने ऐलान किया है कि संयुक्त संघर्ष पार्टी (SSP) पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जो लोकसभा चुनाव के बाद खाली हो गई हैं। वहीं हरियाणा की 90 सीटों पर भी विधानसभा चुनाव लडेंगी।
बता दें कि पंजाब में गिद्दड़बाहा, बरनाला, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल सीट पर किसान नेताओं को मैदान में उतारेंगे। वह इस साल होने वाले हरियाणा चुनाव में भी उतरेंगे। गुरनाम सिंह चढूनी 2020 में हुए किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा है।
जानकारी मुताबिक, चढूनी का कहना है कि वह खुद पेहवा से चुनाव लडेंगे। जबकि बाकि सीटों पर अभी कुछ फैसला नहीं लिया गया है।
2022 का चुनाव भी लड़ा था
2020 के किसान आंदोलन के खत्म होने के बाद 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में किसान नेता मैदान में उतरे थे। जिसके बाद किसान नेताओं में फूट पड़ गई थी और जमानत जब्त हो गई थी।
राजेवाल मुख्यमंत्री पद के थे उम्मीदवार
वहीं किसानों की ओर से मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार बलबीर सिंह राजेवाल, जिन्होंने एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन का नेतृत्व किया, को बुरी हार का सामना करना पड़ा था। लुधियाना के समराला विधानसभा क्षेत्र में उन्हें सिर्फ 3.5% वोट मिले। वह छठे स्थान पर रहे थे।
संयुक्त संघर्ष पार्टी के 10 उम्मीदवार शामिल थे
किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढूनी की संयुक्त संघर्ष पार्टी (SSP) के 10 उम्मीदवार शामिल थे। कानून निरस्त होने के बाद पंजाब के 20 किसान यूनियनों ने मिलकर 25 दिसंबर 2021 को एक पार्टी बनाई। संयुक्त संघर्ष मोर्चा समय रहते पार्टी के तौर पर पंजीकृत नहीं हो सका, इसलिए उसे अपने सभी 92 उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर उतारने पड़े।
रिजल्ट आने से पहले पार्टी बिखर गई
रिजल्ट आने से पहले फरीदकोट और मुक्तसर में राजेवाल के विधायकों ने यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया कि चुनावी राजनीति में उनके प्रवेश ने किसानों के मुद्दे को कमजोर कर दिया है। कुछ किसान यूनियनें मोर्चें से अलग हो गई और राजनीति में इसके हस्तक्षेप से खुद को दूर कर लिया। किसान मजदूर संघर्ष समिति और क्रांतिकारी किसान यूनियन के अलावा बीकेयू के अलग अलग स्वरूपों एकता उग्राहां, एकता डकौंडा, एकता सिद्धूपुर, लाखोवाल, कादियां और क्रांतिकारी - ने भी मोर्चे में शामिल होने से इनकार कर दिया।