अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ने पद संभालते ही अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीय को डिपोर्ट किया है। वहीं भारत पहुंचने के बाद यात्रियों ने बताया कि उन्हें कैसे कैदी की तरह हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां डालकर लाया गया। इस मामले को लेकर आज पूर्व विधायक राजिंदर बेरी की अगुवाई में कांग्रेस भवन से डीसी दफ्तर तक प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप का पुतला फूंका गया। इस दौरान कांग्रेस ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ पीएम मोदी की फोटो पुतले पर लगाकर प्रदर्शन किया।
अमेरिका ने जो किया वह बेहद निंदनीय
राजिंदर बेरी ने कहा कि भारतीय लोगों को जंजीरे डालकर भारत लाया गया जो कि निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यात्री 40 घंटे तक जंजीरों में बंधे रहे और वह बाथरूम भी जंजीरों में गए थे। जिस हालातों में भारतीयों को लाया गया वह काफी गलत है। परिवार वालों ने 40 लाख से अधिक पैसे खर्च करके बच्चों को विदेश भेजा था।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विदेश में इतने लाख रुपए खर्च करके इसलिए गए थे क्योंकि भारत में रोजगार की कमी है। अगर अमेरिका ने उन्हें डिपोर्ट करना था तो केंद्र सरकार को अमेरिका अपना जहाज भेजना चाहिए था, जिस तरह कोलबिंया प्रशासन अपना जहाज भेजकर यात्रियों को वापिस लेकर आया था।
पीएम मोदी का पुतला फूंक किया प्रदर्शन
बेरी ने आगे कहा कि पीएम मोदी कहते थे कि उनकी ट्रंप के साथ काफी अच्छी दोस्ती है। ऐसे में वह अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ बात करें और इस मामले में संज्ञान लें। आज विजय माल्या जैसे कई कारोबारी करोड़ों रुपए का घोटाला करके विदेश चल गए, लेकिन उन्हें डिपोर्ट नहीं किया गया। इसी को लेकर उन्होंने पीएम मोदी और ट्रंप का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया।
ट्रंप के सामने पीएम उठाए यह मुद्दा
उन्होंने कहा कि पता चला है कि एक बार फिर से पीएम मोदी अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने जा रहे है। इस दौरान उन्होंने पीएम से अपील की है कि वह ट्रंप के सामने 56 इंच का सीना तानकर उनसे मामले को लेकर बात करें। ट्रंप को बताए कि अगर वह भारतीयों के साथ इस तरह का बर्ताव करेंगे तो वह भी इस मामले को लेकर सख्त रवैय्या अपनाएंगे।