प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आज चंडीगढ़ पहुंचे। पीएम मोदी ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (PEC) में हाल ही में लागू किए गए 3 नए आपराधिक कानूनों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ आकर ऐसा लग रहा है कि वे आपस में ही आ गये हैं। उन्होंने तीन कानूनों के लागू होने पर देश की जनता को बधाई दी।
पीएम मोदी ने कहा कि 1857 की क्रांति के ठीक 3 साल बाद 1860 में ब्रिटिश सरकार भारतीय दंड संहिता लेकर आई थी। उसके बाद आया इंडियन एविडेंस एक्ट और फिर सीआरपीसी ड्राफ्ट आया। ये सभी भारतीयों को दण्ड देने के लिए लाए गए थे। समय-समय पर उनमें संशोधन भी होते रहे, लेकिन आजाद देश में गुलामी के लिए बने कानूनों को क्यों खींचा जाए।
उन्होंने कहा कि ये कानून देश के नागरिकों के लिए हमारे संविधान में जिन आदर्शों को पूरा करने की कल्पना की गई थी, उसमें यह एक ठोस कदम है। इन कानूनों को कैसे लागू किया जाएगा, इसका लाइव डेमो मैंने देखा। मैं सभी से अपील करता हूं कि इस लाइव डेमो को जरूर देखें। नए कानून बनाने की प्रक्रिया व्यापक थी।चंडीगढ़ में गाड़ी चोरी के मामले में केस दर्ज होने के बाद कोर्ट ने सिर्फ 2 महीने 11 दिन में सजा सुना दी। इलाके में अशांति फैलाने के एक और आरोपी को कोर्ट में पूरी सुनवाई के बाद महज 20 दिन में सजा सुनाई गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंडीगढ़ में वाहन चोरी के मामले में केस दर्ज होने के बाद कोर्ट ने सिर्फ 2 महीने 11 दिन में सजा सुना दी। इलाके में अशांति फैलाने के एक और आरोपी को कोर्ट में पूरी सुनवाई के बाद महज 20 दिन में सजा सुनाई गई। दिल्ली में भी एक मामले में एफआईआर से फैसले तक सिर्फ 60 दिन लगे और आरोपी को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई। जब नागरिकों को समर्पित सरकार होती है और जब सरकार ईमानदारी से लोगों की तकलीफें कम करना चाहती है तो बदलाव भी होता है और परिणाम भी आते हैं।