80 के दशक की मशहूर अभिनेत्री जीनत अमाम इन दिनों सुर्खियों में हैं। मशहूर अभिनेत्री ज़ीनत अमान की आंखों का ऑपरेशन हाल ही में किया गया। बता दें कि ज़ीनत अमान बीते 40 साल से आंखों की एक गम्भीर बीमारी से पीड़ित थीं और पीटोसिस नामक इस बीमारी के कारण उनकी नज़र भी कमजोर हो रही थी। ज़ीनत अमान को ठीक तरीके से दिखाई नहीं दे रहा था। इसी कारण उन्हें अब अपनी आंखों की सर्जरी करानी पड़ी। ज़ीनत की आंखों की यह सर्जरी मुंबई, खार के हिंदुजा हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने की। सर्जरी के बाद अभिनेत्री ने खुद एक इस बारे में जानकारी दी। एक सोशल मीडिया पोस्ट की मदद से ज़ीनत अमान ने अपनी तबियत के बारे में अपने फैंस को बताया।
40 साल से आंखों की इस समस्या से गुज़र रही थीं
ज़ीनत ने लिखा कि पिछले 40 साल से मैं एक बड़ी समस्या से जूझ रही थी। लेकिन अब मैंने इससे छुटकारा पा लिया है। मुझे पीटोसिस नाम की एक बीमारी है, जो कई दशक पहले लगी एक चोट के कारण हुई थी। चोट लगने से मेरी दाहिनी आंख पर बुरी तरह से असर पड़ा था और मेरे आंख के आसपास के मसल्स को बहुत डैमेज पहुंचा था। बीते कुछ साल में इसी बीमारी की वजह से मेरी पलक ठीक तरीके से खुल नहीं पा रही थी और थोड़ी ज्यादा ही झुक गयी थी।
वहीं, सर्जरी और इलाज के बाद ज़ीनत ने अपनी आंखों की हेल्थ में सुधार होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अब वे ठीक तरीके से देख पा रही हैं।
क्या है पीटोसिस?
पीटोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आखों की पलकें झुक जाती हैं। इस स्थिति में पलकें उपर को नहीं हो पाती हैं। यह बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी प्रभावित कर सकता है। इलाज नहीं कराने पर यह स्थिति और गंभीर हो सकती है। यह समस्या कई बार आंखों की रोशनी जाने या फिर आखों के आस-पास की मांसपेशियां डैमेज होने का कारण भी बन सकती है।
70 साल के बाद आंखों का ऑपरेशन कब किया जाता है?
बता दें कि ज़ीनत अमान की उम्र 70 वर्ष से अधिक है और इस उम्र में किसी भी प्रकार की सर्जरी कराना काफी रिस्की माना जाता है। हालांकि, ज़ीनत के मामले में अच्छी बात यह रही कि उनका ऑपरेशन सफल रहा और अब वे आसानी से सबकुछ साफ-साफ देख पा रही हैं। उम्र बढ़ने के साथ कई कारणों से बुजुर्गों की आंखें कमजोर होने लगती हैं। डायबिटीज, मोतियाबिंद सहित अन्य कई बीमारियों में नजर धुंधली होने और ठीक तरीके से देख न पाने जैसी परेशानियां होने लगती हैं। आमतौर पर बुजुर्गों को इन कारणों से आंखों का ऑपरेशन कराना पड़ सकता है-
- ग्लूकोमा का काला मोतिया
- मोतियाबिंद
- डायबिटीज रेटिनोपैथी
- रेटिना से जुड़ी गड़बड़ियां
- दूर या नज़दीक की चीजें ठीक तरह से ना दिखायी देने की समस्या