नटरंग सोसायटी अबोहर ने 10 दिवसीय थिएटर वर्कशॉप का समापन समारोह स्थानीय स्वामी केसवानंद सी.एस. स्कूल अबोहर में आयोजित किया गया। इस वर्कशॉप के दौरान विभिन्न थिएटर प्रस्तुतियां की गईं। नटरंग के अध्यक्ष भूपिंदर ओत्रेजा ने स्वागत करते हुए कहा कि इस वर्कशॉप में लगभग 60 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस अवसर पर विभिन्न रंगमंच एवं समाज सेवा से जुड़ी हस्तियों ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना की।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता राकेश रहेजा, गगन चुघ, डाॅ. थिएटर क्षेत्र से मंदीप सिंह, मंगत वर्मा, अंजाम गुलाटी, अतुल खुंगर, विक्रम कामरा, डॉ. (प्रो.) चंद्र अदीब, जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजिंदर सिंह खालसा, योगेश मौगान, अनुराग नागपाल आदि पहुंचे।
कार्यक्रम की शुरुआत "इतनी शक्ति हमें देना दाता" से हुई। इस दौरान संजीव गिल्होत्रा ने लघु नाटक "भूत भज गया", कश्मीर लूना की कोरियोग्राफी "सिर के ताज पैरहन का" और नमन डुमरा की नाटकीय कोरियोग्राफी 'चरखा' और 'पाव की झोटा' पेश किया। विक्रम सेतिया, हैरी और विनीत सिंह ने अद्वितीय वस्तु चयन पर आधारित सैद्धांतिक क्लोनिंग प्रस्तुत की।
सुनील वर्मा ने बच्चों को प्रेरित करते हुए नाटक की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। गुलजिंदर कौर द्वारा निर्देशित, ठाकुर, अभिनव और गुलजिंदर कौर द्वारा संगीतमय प्रदर्शन किया गया। अभितेश द्वारा मिमकारी और रश्किन द्वारा एकल प्रस्तुति।
सिम्टा वाट्स ने पंजाबी संस्कृति को प्रस्तुत करने वाला नृत्य और पर्यावरण को बचाने का संदेश देने वाली नाटिका प्रस्तुत की। पुनीत वाट्स द्वारा निर्देशित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई और वैभव अग्रवाल और पुश्किन कालरा ने "मायम" और लघु नाटक "कुर्सी" का बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। मॉडलिंग का निर्देशन तनियन मनचंदा और भांगड़ा प्रस्तुति का निर्देशन जिज्ञासु बत्रा ने किया।
कला के विभिन्न रूपों का परिचय निश्चित रूप से नए कलाकारों को जन्म देगा। इस थिएटर वर्कशॉप को सफल बनाने में विकास बत्रा, संदीप शर्मा, पूजा डुमरा, नीरज डुमरा, हनी ओत्रेजा, विकास, भूमिका शर्मा, अमित खंगवाल, आशीष सिदाना, संजय शन्ना, कुलजीत भट्टी, राजू थथाई, गुरजंत बराड़ आदि ने विशेष योगदान दिया। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह दिए गए।