वेब खबरिस्तान, उज्जैन। ऑनलाइन फूड डिलीवर कंपनी जोमैटो ने महाकाल मंदिर पर ऋतिक रोशन स्टारर ऐड वापस ले लिया है। कंपनी ने इसे लेकर माफी भी मांगी है। कंपनी ने सोशल मीडिया पर कहा कि ऋतिक रोशन ने महाकाल रेस्टोरेंट से थाली मंगाने की बात कही थी, न कि महाकालेश्वर मंदिर से। इस मामले में मंदिर के पुजारियों ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद ट्विटर पर बॉयकॉट जोमैटो ट्रेंड हो रहा था।
जोमैटो ने कहा- विज्ञापन वापस लिया
जोमैटो ने कहा है कि यह विज्ञापन उनके देशभर में जारी कैंपेन का हिस्सा है। इसमें वे लोकल फूड आउटलेट्स के सबसे ज्यादा चर्चित मेन्यू को प्रमोट कर रहे हैं। विज्ञापन में महाकाल से थाली मंगवाने का मतलब शहर के प्रसिद्ध महाकाल रेस्टोरेंट से था, ना कि भगवान महाकालेश्वर के मंदिर से।
जोमैटो ने कहा, 'हम उज्जैन के लोगों की भावनाओं का पूरे हृदय से सम्मान करते हैं। इस विज्ञापन को बंद कर दिया गया है। हमारा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था और हम इसके लिए दिल से माफी मांगते हैं।'
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने दिए थे जांच के आदेश
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में उज्जैन SP को जांच के निर्देश दिए थे। गृहमंत्री ने कहा था कि वीडियो मॉर्फ्ड नजर आ रहा है। हालांकि कंपनी के माफी मांगने से यह साफ हो चुका है कि विज्ञापन का वीडियो मॉर्फ्ड नहीं है। कंपनी का कहना है कि ऐड AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड है, जिसमें उपभोक्ता को उसके ही शहर के प्रमुख रेस्टोरेंट का नाम सुनाई देता है।
क्या है विज्ञापन में जिसपर हुआ विवाद?
कंपनी का यह विज्ञापन एक्टर ऋतिक रोशन ने किया है। इसमें वे कह रहे हैं- थाली का मन किया। उज्जैन में हैं, तो महाकाल से मंगा लिया। महाकाल मंदिर के पुजारियों ने इस पर कड़ा विरोध जताया था। उनका कहना है की महाकाल मंदिर किसी थाली की डिलीवरी नहीं करता है। जोमैटो और ऋतिक रोशन इस विज्ञापन पर माफी मांगें।
मंदिर के पुजारी महेश ने कहा था- कंपनी ने अपने विज्ञापन में महाकाल मंदिर को लेकर भ्रामक प्रचार किया है। हिंदू समाज सहिष्णु है, वह कभी उग्र नहीं होता। अगर कोई दूसरा समुदाय होता, तो ऐसी कंपनी में आग लगा देता। जोमैटो हमारी भावनाओं के साथ ऐसा खिलवाड़ न करें।