महाकुंभ मेले में एक बार फिर से भारी भीड़ हो गई है । संगम पहुंचने के सभी रास्तों में 10 से 15 किमी तक लंबा जाम लगा है। जसठ ही जगह-जगह गाड़ियां फंसी हुई हैं। महाकुंभ का आज 28वां दिन है। अब तक करीब 42 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज जंक्शन पर भारी भीड़ को देखते हुए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया। इस दौरान प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद कर दिया गया है।
वाहनों की लगी लंबी लाइन
प्रयागराज आने और जाने वाले रास्तों जैसे वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और रीवा में वाहनों की 10-10 किमी तक लंबी लाइन लगी है। वहीं महाकुंभ से मध्यप्रदेश जा रही श्रद्धालुओं से भरी एक बस सड़क किनारे पलट गई है। हादसे में एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं।
कुंभ प्रशासन का कहना है कि रविवार के चलते अचानक भीड़ बढ़ गई। हालांकि संगम पर श्रद्धालुओं को रुकने नहीं दिया जा रहा है। सुबह 8 बजे तक 57 लाख लोगों ने स्नान किया। महाकुंभ में भारी भीड़ के कारण प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कों पर लंबा जाम लग रहा है। जिसके कारण समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को जाम के संकट से उबरने और यात्रा बाधा दूर करने के लिए सरकार को राज्य में वाहनों को टोल मुक्त करने की सलाह दी।
अखिलेश ने कहा- इमरजेंसी इंतजाम हो
प्रयागराज महाकुंभ में फँसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर तरफ़ से जाम में भूखे, प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए। आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं है।
फिल्में टैक्स फ्री तो महाकुंभ यात्रियों के लिए टोल क्यों नहीं - खिलेश यादव
अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा महाकुंभ के अवसर पर उप्र में वाहनों को टोल मुक्त किया जाना चाहिए, इससे यात्रा की बाधा भी कम होगी और जाम का संकट भी। जब फ़िल्मों को मनोरंजन कर मुक्त किया जा सकता है तो महाकुंभ के महापर्व पर गाड़ियों को कर मुक्त क्यों नहीं?
मौन अमावस्या पर मची थी भगदड़
बता दें कि मौन अमावस्या पर महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी। जिसमें 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 60 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे। वहीं यूपी सरकार ने मृतक के परिवारों के लिए 25-25 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया था।
26 फरवरी तक चलेगा मेला महाकुंभ
बता दें कि महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है। यह हर 12 साल में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। बता दें कि महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ है और यह 26 फरवरी तक चलेगा।