डेरा ब्यास प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने संगठन को लेकर कई बड़े बदलाव किए हैं। इस बदलाव में देश में अलग-अलग राज्यों में नए कोआर्डिनेटर्स की नियुक्ति तय की गई है। इन्हें 3 जोन में बांटा गया है। जिसमें हर जोन के लिए अलग-अलग राज्यों के कोऑर्डिनेटर्स का ऐलान किया गया है।
ढांचे में बदलाव: 3 जोन और नए कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति
डेरा ब्यास ने अपने संगठन को बेहतर और अधिक प्रभावी बनाने के लिए तीन जोन में विभाजित किया है। हर जोन में विभिन्न राज्यों की जिम्मेदारियां नए कोऑर्डिनेटर्स को सौंपी गई हैं, ताकि डेरों की सेवा सुचारू रूप से चल सके।
जोन 1: पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड
जोन 1 के तहत पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, और उत्तराखंड के कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई है।
जोन 2: राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़
जोन 2 के अंतर्गत राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को कवर किया गया है, जहां नए कोऑर्डिनेटर्स नियुक्त किए गए हैं।
जोन 3: दक्षिणी और पूर्वी भारत के राज्यों की जिम्मेदारी
जोन 3 में दक्षिणी और पूर्वी भारत के राज्यों के लिए 9 कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, बिहार, झारखंड आदि शामिल हैं।
डेरा ब्यास की नया ढांचा सेवा में सुधार की दिशा में बड़ा कदम
बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के उठाए गए इस कदम को डेरा की सेवा को और अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। संगठनात्मक ढांचे में यह बदलाव डेरों की सेवा और अनुयायियों तक सेवा के संचालन को सुगम बनाने के लिए किया गया है।
इसके अलावा, प्रत्येक राज्य के लिए नियुक्त किए गए कोऑर्डिनेटर्स को विशेष जिम्मेदारियां दी गई हैं ताकि वे स्थानीय स्तर पर सेवाओं का बेहतर ढंग से प्रबंधन कर सकें। यह बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू हो चुके हैं और डेरा ब्यास ने इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी है।