5 shortcomings sank the Indian team in Melbourne : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। सीरीज का चौथा मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 184 रनों से जीत लिया है। मेजबान टीम ने सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है। इस सीरीज का आखिरी पांचवां टेस्ट मैच 3 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा। बता दें मेलबर्न टेस्ट मैच में हार के बाद भारतीय टीम की कई कमियां उजागर हुई हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...
टॉप ऑर्डर का फ्लॉप होना
इस टेस्ट सीरीज के 3 मुकाबलों में टॉप बैटिंग ऑर्डर ने भारतीय टीम को बड़ी पार्टनरशिप नहीं दी है। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने 201 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप की थी। इसके बाद हर मैच में भारतीय टीम बड़ी साझेदारी को तरसती दिखी है। भारतीय टीम को खास तैयारी करने की जरूरत है। अच्छी शुरुआत न होने से टेस्ट जीतना नामुमकिन सा हो जाता है।
रोहित-कोहली का बल्ला खामोश
इस सीरीज में विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला खामोश ही रहा है। शुरुआती 4 टेस्ट मैचों में भारत से 359 रन यशस्वी जायसवाल ने बनाए हैं। कोहली चौथे नंबर पर हैं, जिन्होंने 7 पारियों में 167 रन बनाए हैं जबकि कप्तान रोहित ने अब तक 3 टेस्ट मैचों की 5 पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए हैं। यदि सिडनी टेस्ट जीतना है, तो कोहली-रोहित को हर हाल में रन बनाने होंगे।
लचर फील्डिंग, टपकाए कैच
मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम की फील्डिंग बेहद ही खराब नजर आई है। इस मैच की दूसरी पारी में भारतीय टीम ने कुल 4 कैच छोड़े, जो काफी भारी पड़े। अकेले यशस्वी जायसवाल ने 3 कैच टपकाए जबकि एक कैच मोहम्मद सिराज ने छोड़ा था। सिडनी टेस्ट जीतना है तो खिलाड़ियों को कसी हुई फील्डिंग करनी होगी। साथ ही हर कैच लपकना होगा।
जसप्रीत बुमराह पर निर्भरता
देखा जाए तो पूरी सीरीज में ही भारतीय टीम तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर निर्भर नजर आई है। अब तक शुरुआती 4 टेस्ट में बुमराह ही टॉप विकेट टेकर हैं। उन्होंने सबसे ज्यादा 30 विकेट लपके हैं जबकि दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस हैं, जिन्होंने 20 विकेट लिए जबकि भारतीय टीम में मोहम्मद सिराज ने 16 विकेट लिए हैं। अगला टेस्ट जीतना है तो बाकी गेंदबाजों को साथ देना होगा।
रोहित की कप्तानी भी लचर
भारतीय टीम ने इस सीरीज का एकमात्र टेस्ट पर्थ में जीता है। रोहित ने दूसरे टेस्ट से वापसी की और टीम एक भी टेस्ट नहीं जीत सकी। मेलबर्न टेस्ट में दूसरी पारी में भारतीय टीम ने 91 रनों पर ऑस्ट्रेलिया के 6 बल्लेबाजों को आउट कर दिया था। इसके बाद रोहित को टाइट फील्डिंग लगानी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। लिहाजा निचले क्रम में पैट कमिंस और मार्नस लाबुशेन ने 7वें विकेट के लिए 57 रन जबकि नाथन लायन और स्कॉट बौलेंड ने 61 रनों की पार्टनरशिप की। आखिरी टेस्ट में रोहित को दमदार कप्तानी दिखानी होगी।