written on the packet of bread, otherwise it will cause serious harm to your health : नाश्ते में ब्रेड का सेवन करना कई लोगों को काफी पसंद होता है। कोई ब्राउन ब्रेड खाता है तो किसी को व्हाइट ब्रेड खाना अच्छा लगता है। जाने-अनजाने लोग लो क्वॉलिटी का ब्रेड खाकर खुद की सेहत के साथ बड़ा खिलवाड़ कर लेते हैं। ब्रेड कितना हेल्दी है खुली आंखों से बता पाना मुश्किल है। ऐसे में हम आपको एक तरीका बताएंगे जिससे आप बेहद आसानी से ब्रेड की क्वॉलिटी के बारे में पता लगा सकते हैं। पैकेज्ड ब्रेड और उसके ब्रांड को लेकर कई अहम जानकारियां दी गई होती हैं।
पैकेट पर लगे लेबल को भी पढ़ लें
इसके लिए आपको ब्रेड के पैकेट पर लगे लेबल को पढ़ना होगा। जब भी आप दुकान से ब्रेड खरीदें तो पैकेट पर जरूर नज़र दौड़ाएं। फाइबर ब्रेड के सबसे लोकप्रिय घटकों में से एक है। प्रोसेसिंग के वक्त, ब्रेड अक्सर फाइबर को काफी हद तक खो देता है, जो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। ऐसे में ब्रेड का पैकेट खरीदने से पहले लेबल पर दी गई फाइबर की मात्रा की जांच अवश्य कर लें।
कहीं ब्रेड में एक्सट्रा शुगर तो नहीं
ब्रेड बनाने की प्रक्रिया में यीस्ट को एक्टिव करने के लिए शुगर की जरूरत पड़ती है। ध्यान रखें, यह मफिन में नहीं बदलना चाहिए। जब भी आप ब्रेड खरीदें, लेबल पर ये देखें कि कहीं ब्रेड में एक्सट्रा शुगर का तो एड नहीं है. दरअसल फैक्ट्री में बने ब्रेड में अक्सर भोजन की नमी बनाए रखने के लिए एक्सट्रा, गन्ने का रस, शहद और ऐसे अन्य स्वीटनर का उपयोग किया जाता है। ये सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक साबित होता है।
ब्रेड में एक्सट्रा नमक तो न खरीदें
चीनी की तरह, हमें ब्रेड को पकाने के लिए नमक की भी आवश्यकता होती है। अक्सर ब्रांड स्वाद बढ़ाने के लिए ज़रूरत से ज़्यादा नमक मिलाते हैं, जिससे यह एक एडिटिव की तरह काम करता है। मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेड के एक स्लाइस में 100-200 मिलीग्राम से ज़्यादा सोडियम नहीं होना चाहिए। ऐसे में कुल नमक की मात्रा के लिए लेबल की जांच करें और तय करें।
ब्रेड की सामग्री की जांच करें
हम अक्सर ब्राउन ब्रेड, गेहूं की ब्रेड और मल्टी-ग्रेन ब्रेड लेते हैं। यह सोचकर कि ये स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है लेकिन कई फैक्ट्रियों में ब्रेड बनाते हुए गेहूं के आटे के साथ अन्य प्रकार के आटे को भी मिलाते हैं। ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि ब्रेड अधिक स्वादिष्ट और किफायती बन सके इसलिए जब भी आप ब्रेड खरीदें तो ब्रेड के पैकेट पर ये जरूर देख लें कि उसे बनाने में किन-किन सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है।
बेस्ट बिफोर डेट की जांच करें
ब्रेड खरीदते समय शायद यह पहली चीज़ है जो आपको करनी चाहिए। माना जाता है कि इस डेट के बाद ब्रेड के खराब होने की प्रकिया शुरू हो जाती है। ऐसे में ब्रेड के पैकेट पर लिखे बेस्ट बिफोर डेट के बाद उसका सेवन नहीं करना चाहिए। ब्रेड का स्वाद अच्छा तब होता है जब वह ताज़ा हो। कई ब्रांड अक्सर ब्रेड के स्वाद, बनावट और ताज़गी को बढ़ाने के लिए प्रिजर्वेटिव और एडिटिव्स का इस्तेमाल करते हैं। यह हेल्थ के लिए नुकसानदायक है। जितना हो सके एडिटिव्स ब्रेड से बचें।