Vaishnavi Sharma Under-19 World Cup made a unique record in bowling in the debut match : चाहे मेंस क्रिकेट की बात करें या फिर विमेंस क्रिकेट की। यूथ क्रिकेट में भारतीय टीम पीछे नहीं है और इसका नजारा मलेशिया में खेले जा रहे आईसीसी विमेंस अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप में देखने को मिला। जहां टीम इंडिया की एक खिलाड़ी ने अपनी गेंदबाजी से सनसनी मचा दी है। बाएं हाथ की स्पिनर वैष्णवी शर्मा की हैट्रिक और 5 विकेट की मदद से भारत ने आईसीसी अंडर 19 महिला टी20 विश्व कप में मंगलवार को मलेशिया को 10 विकेट से रौंद डाला। ग्वालियर की वैष्णवी ने इसके साथ ही इतिहास रच दिया है। वैष्णवी को उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया।
यूथ वुमेंस टी20 वर्ल्ड कप में बनीं जीत की नायिका
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के बयूमास ओवल मैदान में खेले जा रहे आईसीसी विमेंस अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए वैष्णवी शर्मा जीत की नायिका साबित हुईं। इस होनहार युवा छोरी ने अपने डेब्यू मैच में जबरदस्त बॉलिंग करते हुए हैट्रिक निकाली। इतना ही नहीं वैष्णवी ने इस मैच में अपने 4 ओवर में सिर्फ 5 रन खर्च कर 5 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। वैष्णवी शर्मा की इस जबरदस्त गेंदबाजी से भारत ने मलेशिया की महिला टीम को सिर्फ 31 रन के स्कोर पर ढेर कर दिया और इस मैच को सिर्फ 2.5 ओवर में 10 विकेट से जीत लिया।
ग्रुप ए में अब तक 2 मैच खेले और दोनों ही जीते हैं
इसके साथ ही भारत ग्रुप ए में टॉप पर बरकरार है। उसने अब तक 2 मैच खेले हैं और दोनों ही जीते हैं। अब भारतीय टीम का अगला मुकाबला श्रीलंका से 23 जनवरी को होगा। श्रीलंका के भी 4 अंक हैं, लेकिन भारत का रन औसत (प्लस 9.1) श्रीलंका (प्लस 5.5) से बेहतर है। पिच से मिल रहे टर्न और उछाल का पूरा फायदा उठाते हुए वैष्णवी ने मलेशिया को एक के बाद एक झटके दिए। उन्होंने नूरिन बिन्ती रोसलान, नूर इस्मा दानिया और सिति नाजवान को लगातार तीन गेंदों पर आउट किया। उन्होंने 14वें ओवर में हैट्रिक ली जब मलेशिया का स्कोर नौ विकेट पर 30 रन हो गया।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली हैं वैष्णवी शर्मा
महिला क्रिकेट में सनसनी बन चुकी वैष्णवी शर्मा मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली हैं। उनका जन्म 18 दिसंबर 2005 को नरेंद्र शर्मा के घर पर हुआ। वैष्णवी को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक रहा और पेशे से ज्योतिष उनके पिता अपनी बेटी के सपनों को लिए आगे आए और उन्हें क्रिकेट कोचिंग कराई। वैष्णवी को 9 साल की उम्र में ही उनके पिता ने ग्वालियर में स्थित तानसेन क्रिकेट एकेडमी में कोचिंग दिलाई और फिर वैष्णवी को मध्य प्रदेश में अंडर-16 टीम की कप्तानी मिल गई। जहां उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
राधा यादव और रवींद्र जडेजा को मानती हैं आइडल
इसके बाद उनके क्रिकेट में निखार आता रहा। अपनी बाएं हाथ की स्पिन बॉलिंग से उन्होंने 2022 के घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट झटके। इसी को देखते हुए बीसीसीआई ने वैष्णवी को जूनियर विमेंस क्रिकेट में डालमिया अवार्ड से पुरस्कृत किया। वैष्णवी ने मैच के बाद कहा,'यह सपने जैसा पदार्पण हुआ है, वो भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार खिलाड़ी राधा यादव को अपना आदर्श मानती हैं, साथ ही टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को भी अपना आइडल मानती हैं। खुद वैष्णवी ना सिर्फ बाएं हाथ से गेंदबाजी करती हैं, बल्कि बाएं हाथ से बल्लेबाजी भी करती है।