If young children want to become officers in the Indian Army then taking admission in RIMC is the best option : अगर आप अपने बच्चे को सेना अधिकारी बनाना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज (RIMC) में एडमिशन लेना एक बेस्ट ऑप्शन है। यह देश का टॉप मोस्ट सैनिक स्कूल है। यह संस्थान देहरादून में स्थित है। राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज में एडमिशन की सम्पूर्ण जानकारी कॉलेज की ऑफिसियल वेबसाइट पर दी हुई होती है। आपको जानकारी के लिए बता दें इस कॉलेज में प्रत्येक छह माह में 25 छात्रों को आठवीं कक्षा में प्रवेश दिया जाता है। इसके लिए उम्मीदवार की आयु साढ़े 11 से कम और 12 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। युवा छात्रों को भारतीय सेना में अधिकारी बनाने के लिए यह संस्थान बनाया गया है तो चलिए जानते हैं RIMC आर्मी में बच्चे एडमिशन करने की प्रक्रिया एवं फीस की जानकारी बारे में…..
13 मार्च को कॉलेज की स्थापना
इस कॉलेज की स्थापना 13 मार्च 1922 को प्रिंस वेल्स इंडियन मिलिट्री कॉलेज के नाम से की गई थी। तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स, एडवर्ड VIII द्वारा स्थापित किया गया था, जो की बाद में किंग जॉर्ज VI बने थे। यह कॉलेज भारतीय छात्रों को रॉयल मिलिट्री अकादमी, सैंडहर्स्ट में प्रवेश के लिए तैयार करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। जब देश आजाद हुआ उसके बाद इसका नाम चेंज करके राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज कर दिया गया।
भारतीय सैन्य कॉलेज में एडमिशन
आपको बता दें नेशनल डिफेन्स अकेडमी के लिए राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज एक फीडर संस्थान के रूप में कार्य करता है। इसमें जितने भी बच्चे पढ़ते हैं उनमें से 70 से 80 प्रतिशत बच्चों का चयन NDA में हो जाता है। ये सभी बच्चे ट्रेनिंग कोर्स पूरा करके भारतीय सेना में ऑफिसर बनाए जाते हैं। जिन माँ बाप का सपना रहता है कि वे अपने बच्चों को इंडियन आर्मी में ऑफिसर बना सके। वे इस कॉलेज में अपने बच्चों का एडमिशन कराते हैं ।
अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा हेतु
RIMC Army School Admission हेतु अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा कराई जाती है। अगर छात्र 8वीं कक्षा में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो आपको बता दें अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा साल में दो बार कराई जाती है। इस परीक्षा में अंग्रेजी के प्रश्न 125 अंक के, गणित के प्रश्न 200 अंक के तथा सामान्य ज्ञान के प्रश्न 75 अंक के आते हैं। इस कॉलेज में स्टूडेंट केवल आठवीं कक्षा से ही एडमिशन ले सकते हैं। कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्र का किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से सातवीं पास होना जरूरी है।
सैन्य हॉस्पिटल में मेडिकल टेस्ट
जो भी छात्र इस परीक्षा में उत्तीर्ण आते हैं उनको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। जिसमें उनका वाइवा वायस टेस्ट लिया जाता है जो कि 50 नंबर का होता है। इस टेस्ट में पास होने वाले सभी छात्रों का सैन्य हॉस्पिटल में मेडिकल टेस्ट लिया जाता है। जो छात्र मेडिकली पूरी तरह से स्वस्थ होता है उसे RIMC में एडमिशन मिल जाता है। देश में हर स्टेट के लिए कोटा निर्धारित किया गया है। बड़े राज्यों के लिए दो तथा छोटे राज्यों के लिए एक सीट निर्धारित की गई है।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
राष्ट्रीय भारतीय सैनिक महाविद्यालय (RIMC) में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाते हैं। आपको आवेदन पत्र सीधे RIMC से प्राप्त करना होगा। आवेदन फॉर्म हर वर्ष अगस्त महीने में जारी किए जाते हैं। इन आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि सितम्बर माह तक होती है। वर्ष में एक बार जनवरी में प्रवेश होते हैं तथा दूसरी बार प्रवेश जुलाई महीने में कराए जाते हैं।
आवेदन फॉर्म कैसे प्राप्त करें
आवेदन फॉर्म और पुराने प्रश्नपत्रों की पुस्तिका सीधे RIMC से प्राप्त की जा सकती है। आपको एक स्व-संबोधित लिफाफा और 'THE COMMANDANT RIMC DEHRADUN' के पक्ष में बनाया गया 600 रुपये (सामान्य उम्मीदवार) या 555 रुपये (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए) का डिमांड ड्राफ्ट भेजना होगा। डिमांड ड्राफ्ट को भारतीय स्टेट बैंक, तेल भवन, देहरादून शाखा (कोड 01576) में देय बनाया जाना चाहिए।
RIMC के आवेदन पत्र मान्य
लिफाफे पर अपना पता स्पष्ट रूप से बड़े अक्षरों में पिन कोड और संपर्क नंबर सहित लिखें या RIMC वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर दिए गए लिंक पर क्लिक करके भुगतान करें। प्रॉस्पेक्टस आपके द्वारा दिए गए पते पर भेजा जाएगा। RIMC द्वारा जारी किए गए आवेदन पत्र ही मान्य होंगे। स्थानीय रूप से मुद्रित/फोटोकॉपी किए गए और RIMC होलोग्राम (सील) के बिना आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
चाहिए आवश्यक दस्तावेज
भरा हुआ आवेदन पत्र
डिमांड ड्राफ्ट की मूल प्रति
जाति प्रमाण पत्र (यदि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए आवेदन कर रहे हैं)
पिछली कक्षा की मार्कशीट
चयन प्रक्रिया में शामिल हैं
लिखित परीक्षा: अंग्रेजी, गणित और सामान्य ज्ञान की परीक्षा।
मौखिक परीक्षा: बुद्धि, व्यक्तित्व और आत्मविश्वास का आकलन करने के लिए मौखिक परीक्षा।
चिकित्सा परीक्षा: चयनित उम्मीदवारों को निर्धारित सैन्य अस्पताल में चिकित्सा परीक्षा से गुजरना होगा।