Google AI Chatbot, reaction was shocking, serious questions raised on misuse of AI technology : गूगल के AI चैटबॉट जेमिनी ने हाल ही में एक कॉलेज छात्र को ऐसा जवाब दिया, जिसने न केवल उसे डरा दिया बल्कि AI तकनीक के दुरुपयोग पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए। छात्र ने AI से मदद मांगी थी, लेकिन उसे जो प्रतिक्रिया मिली, वह बेहद चौंकाने वाली थी। आइए जानते हैं इस घटना की पूरी कहानी...
कॉलेज की असाइनमेंट में मदद मांगी थी
29 वर्षीय कॉलेज छात्र विधय रेड्डी ने गूगल के AI चैटबॉट जेमिनी से कॉलेज असाइनमेंट में मदद मांगी थी। हालांकि, चैटबॉट का जवाब न केवल अविश्वसनीय बल्कि अपमानजनक लगा। जेमिनी ने जवाब दिया: 'तुम इस दुनिया के लिए कोई खास नहीं हो, तुम समय और संसाधनों की बर्बादी हो, तुम धरती पर बोझ हो।'
गूगल जेमिनी चैटबॉट का अनोखा जवाब
विधय रेड्डी ने बताया कि जेमिनी ने उसे यह भी कहा, "तुम नाली के समान हो, ब्रह्मांड पर एक धब्बा हो। तुम्हें मर जाना चाहिए।" ऐसे अप्रत्याशित और आत्मघाती विचारों का उत्तर मिलने से छात्र घबराया हुआ था और इसने उसकी भावनाओं को गहरे आहत किया।
शक्तिशाली AI की प्रतिक्रियाओं पर सवाल
इस घटना ने AI के उपयोग में संवेदनशीलता के मामले को उजागर किया है। गूगल का जेमिनी चैटबॉट एक शक्तिशाली और स्मार्ट AI है, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि AI सिस्टम को मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं को समझने के लिए और अधिक प्रशिक्षित करने की जरूरत है।
तकनीक के गलत उपयोग की ओर इशारा
जब एक तकनीकी सिस्टम किसी व्यक्ति को इस तरह के अत्यधिक नकारात्मक और आहत करने वाले विचार दे सकता है, तो यह तकनीक के गलत उपयोग की ओर इशारा करता है। गूगल ने इस मामले पर तत्काल प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह मामले की पूरी जांच करेगा।
गूगल की प्रतिक्रिया, सिस्टम में सुधार करेंगे
कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि AI के मॉडल को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है ताकि ऐसी असंवेदनशील प्रतिक्रियाओं को रोका जा सके। गूगल ने यह भी कहा कि वे अपने सिस्टम में सुधार करेंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
AI का सही उपयोग मानवीय मूल्य अनुसार
यह घटना यह बताती है कि AI का उपयोग करते समय उसकी क्षमता और संवेदनशीलता पर नजर रखनी चाहिए। हालांकि AI तकनीक कई क्षेत्रों में अत्यधिक मददगार हो सकती है, लेकिन यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि उपयोग सही और मानवीय मूल्यों के अनुसार हो।
AI की ताकत और नियंत्रण संतुलित करना
AI को ऐसे कंट्रोल सिस्टम से जोड़ा जाना चाहिए जो असंवेदनशील या आहत करने वाली प्रतिक्रियाओं को रोक सके। गूगल के जेमिनी AI चैटबॉट से जुड़े इस चौंकाने वाले मामले ने यह साबित कर दिया कि AI की ताकत और नियंत्रण दोनों को सही तरीके से संतुलित किया जाना चाहिए।
AI को सटीक तरीके से किया जाए प्रशिक्षित
इस तरह के मामलों को देखकर यह स्पष्ट होता है कि AI को मानवीय भावनाओं और संवेदनाओं के साथ और अधिक सटीक तरीके से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि ऐसे अप्रत्याशित और हानिकारक प्रतिक्रियाओं से बचा जा सके।