आर्थिक संकट का सामना कर रहे बायजू ब्रांड ने अपने 292 ट्यूशन सेंटर में से 30 को बंद कर दिया है। इस ब्रांड की ओनरशिप रखने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न लिमिटेड ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी। कंपनी ने कहा कि खर्च कम करने के लिए देशभर में इन ट्यूशन सेंटर को बंद करने का फैसला लिया गया है। हालांकि उसके बाकी 262 ट्यूशन सेंटर पहले की तरह हाइब्रिड मॉडल पर काम करते रहेंगे।
बायजू ब्रांड ने अपने बयान में कहा कि उसे अपने टीचर्स की मेहनत और स्टूडेंट्स के प्रदर्शन पर गर्व है। वह टीचिंग में क्वलिटी पर ध्यान फोकस कर रही है, जिससे उसे ज्यादातर केंद्रों को तीसरे साल में लाभदायक स्थिति में लाने में मदद मिल रही है।
कोरोना के बाद आई दिक्कतें
बता दें कि कोरोना काल में बायजू कंपनी ने देशभर में तेजी से अपना विस्तार किया था। उस वक्त कोरोना की वजह से देश भर में स्कूल बंद थे और पढ़ने के लिए स्टूडेंट्स के पास इंटरनेट के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं था। तभी बायजू ने ऑनलाइन पढ़ाई का मॉडल विकसित कर देशभर में विस्तार किया।
स्टाफ की सैलरी देने में आई दिक्कतें
देश में जैसे ही कोरोना का खत्म होने लगा। स्कूल-कॉलेज दोबारा से चलने शुरू हो गए। इसके साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई का क्रेज भी धीरे धीरे कम होता चला गया। जिससे बायजू कंपनी संकट में आ गई है। कंपनी के पास इन ट्यूशन सेंटर्स में पढ़ाने वाले टीचर्स और दूसरे स्टाफ को सैलरी देने लायक तक पैसों की दिक्कत हो रही है।
पैरेंट्स को भी आ रही परेशानी
ऐसे में कंपनी ने लागत कम करने के लिए कुछ ट्यूशन सेंटर्स को बंद करने का रास्ता अपनाया है। इन सेंटर्स के बंद होने से उन पैरेंट्स की परेशानी बढ़ गई है, जिन्होंने अपने बच्चों की इनमें एडमिशन करवाई थी।