always happiness in such a house, there is also communication of positivity : 'चाणक्य नीति' में आचार्य चाणक्य ने परिवार और जीवन से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है। दरअसल, व्यक्ति के जीवन में उसके परिवार का अधिक महत्व होता है। मुसीबत के समय जो ढाल बनकर खड़ा हो, उसी का नाम परिवार होता है। चाणक्य नीति के अनुसार घर में खुशियां बनी रहने के लिए व्यक्ति को निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। उन्होंने उस घर के बारे में अपने विचार व्यक्ति किए है, जहां हमेशा खुशियों का वास होता है। बता दें कि आचार्य चाणक्य एक महान सलाहकार और कुशल राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की थी, जिसे 'चाणक्य नीति' के नाम से जाना जाता है। आज भी ये नीतियां मनुष्य को जीवन जीने के लिए प्रेरित करती हैं।
ऐसे घर में हमेशा बनी रहती हैं खुशियां
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस घर में पुत्र और पुत्रियां अच्छी बुद्धि से युक्त हों और पत्नी मृदुभाषिणी हो, वहां हमेशा खुशियां बनी रहती है। साथ ही उसी का घर सुखी हो सकता है। चाणक्य के अनुसार जिस परिवार में सभी परिश्रम करने वाले और ईमानदारी से धन कमाने वाले रहते हों, वहां हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। जिस घर में अतिथियों का आदर-सम्मान होता है उस घर में हमेशा सकारात्मकता बनी रहती है। साथ ही उस परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
रोजाना समय के अनुसार पूजा-अर्चना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस परिवार में रोजाना समय के अनुसार पूजा-अर्चना की जाती है। वहां भी हमेशा सुख रहता है। चाणक्य के अनुसार जिस घर में सदा सज्जन पुरुषों का संग अथवा संगति करने का अवसर मिलता है, वहां भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जिस परिवार में महिलाओं को देवी समान माना जाता हो वहां हमेशा खुशहाली रहती है। साथ ही घर से सभी नकारात्मक ऊर्जा चली जाती है।