कांग्रेस हाईकमान ने दिवंगत सांसद चौधरी संतोख सिंह के बेटे विक्रमजीत सिंह चौधरी पर बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। पंजाब प्रभारी देवेन्द्र यादव ने सस्पेंशन लेटर में स्पष्ट लिखा है कि पर्सनली चेतावनी देने के बावजूद वे (विक्रम चौधरी) पार्टी का अनुशासन भंग कर रहे हैं जिसका गलत मैसेज जा रहा है। विक्रमजीत चौधरी को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश हैं।
विक्रम चौधरी लगातार अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार चरनजीत सिंह चन्नी का विरोध कर रहे हैं। विक्रम ने सबसे पहले चन्नी से केक कटवाने का विरोध किया था। विक्रम ने चन्नी को बाहरी बताया था और उन्हें अपने हलके में काम करने के लिए कहा था। बाद में कांग्रेस पार्टी ने चन्नी को टिकट दे दी। विरोध स्वरूप सांसद चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं थीं, मगर विक्रम चौधरी पार्टी में बने हुए थे। कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस के चीफ व्हिप से इस्तीफा दे दिया था।
साडा चन्नी जालंधर का केक कटिंग से बढ़ा था विवाद
बीते दिन चन्नी के जन्मदिन पर आदमपुर से विधायक सुखविंदर सिंह कोटली द्वारा उनका केट कटवाया गया था। केक पर साडा चन्नी जालंधर लिखा हुआ था। इस पर संतोख सिंह चौधरी के बेटे व फिल्लौर से विधायक सरकार बिक्रमजीत सिंह चौधरी भड़क गए थे।
चन्नी के केक कटिंग का विरोध करते हुए बिक्रमजीत सिंह चौधरी ने चन्नी को जन्मदिन की बधाई देते हुए तंज कसा था कि केक पर जालंधर लिखवा लेने से पार्टी टिकट नहीं दे रही। जालंधर में कांग्रेसी लीडरों की कमी नहीं है। कांग्रेस के लिए मेरे पिता चौधरी संतोख सिंह शहीद हुए हैं। जालंधर में भी स्ट्रॉन्ग लीडरशिप मौजूद है।
चन्नी साहिब पहले 2 हलकों से तो अपनी जमानत नहीं बचा पाए, अब जालंधर में ट्रायल करना चाह रहे हैं क्या। बिक्रमजीत चौधरी ने कहा- मैं चमकौर साहिब की जनता से अपील करूंगा कि वहां पर चन्नी का केट कटवाएं। कई बार दूर से आया केक रास्ते में ही खट्टा हो जाता है।
रिंकू ने उपचुनाव में हराया था
चौधरी परिवार 9 साल तक जालंधर लोकसभा सीट पर काबिज रहे। संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद कांग्रेस ने उप चुनाव में कर्मजीत कौर चौधरी को टिकट दी गई थी। जिन्हें कांग्रेस छोड़कर आप में आए रिंकू (अब बीजेपी में) ने हराया था। अब कार्रवाई के बाद विक्रम चौधरी भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।