इंटेग्रेटिड डॉक्टरों की संस्था नेशनल इंटेग्रेटिड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) ने प्रेसीडेंड डॉ. सतबीर सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें पटेल हॉस्पिटल का खास सहयोग रहा। न्यूरोसर्जरी के प्रोफेशनल डॉ मनबचन सिंह ने यूरोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में जानकारी दी।
नीमा जालंधर के पूर्व प्रधान तथा पंजाब नीमा के सेक्रेटरी डॉक्टर अनिल नागरथ ने आए हुए सभी सदस्यों को भारत सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के बारे में बताया और उसे जुड़ने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
नीमा की इस मीटिंग में शहर के प्रमुख डाक्टरों ने हिस्सा लिया और उन्होंने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सलाह भी दी कि किस तरह से अपने पेशे को और परिपक्व किया जा सकता है। इस दौरान डॉ पवन वशिष्ठ, डॉ. वीना गुंबर, डा. अनिल नागरथ, डॉ. नीतिश कोहली, डॉ. कमल सचदेवा, डॉ. मन बच्चन सिंह बेदी ने भी अपने विचार रखे।
Dr बेदी ने सदस्यों को न्यूरो सर्जरी के आधुनिक फायदे के बारे में बताते हुए कहा की पहले सर्जरी बहुत ही कठिन होती थी तथा सफलता का प्रतिशत भी काम था। परंतु विज्ञान ने इस क्षेत्र में बहुत उन्नति की है तथा अब इस तकनीक से रोगी को जल्द स्वस्थ लाभ होता है तथा अस्पताल में काफी समय नहीं रहना पड़ता।
डॉ कमल सचदेवा ने किडनी रोगों के बारे में जानकारी दी और एडवांस्ड किडनी ट्रांसप्लांट की जालंधर में सहुलतों के बारे में अवगत करवाया। इस दौरान आए शहर के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों ने नीमा के सदस्यों से सवाल भी पूछे और उनके उत्तर भी दिए।
डॉ पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 1974 में अस्पताल में दो बीमारियों का इलाज होता था जिसमें सर्वाइकल कैंसर भी शामिल था। लेकिन आज पटेल अस्पताल में 22 से अधिक बीमारियों का इलाज एडवांस्ड मशीनों और तकनीक के जरिए किया जाता है।