खबरिस्तान नेटवर्क। मिर्जापुर की महिला किसान वंदना सिंह अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन कर उभरी हैं। उन्होंने यूट्यूब और गूगल से वीडियो देखकर ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की थी और आज वो इस खेती से लाखों रुपये का मुनाफा कमा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने इस खेती से इस साल 5 लाख रुपये का मुनाफा कमाया है।
ड्रैगन फ्रूट की खेती से लाखों का मुनाफा
यह कहानी है मिर्जापुर जिले के इमिलियाचट्टी की रहने वाली महिला किसान वंदना सिंह की। वंदना बालुवा बजाहूर गांव में आधे एकड़ जमीन में ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती कर रही हैं। एक साधारण गृहणी वंदना सिंह के लिए ऐसा कुछ सोचना और इसे करने की हिम्मत दिखाना आसान नहीं था। लेकिन वो कहते हैं न कि जब आपकी किस्मत चमकने वाली हो तो नियति आपका हाथ पकड़ कर आपसे काम करवाती है। गांव की गृहिणी वंदना सिंह के साथ भी नियति ने ऐसा ही कुछ किया।
यूट्यूब से वीडियो देख कर सीखी खेती
वंदना सिंह ने अपने स्मार्टफोन पर एक दिन देखा ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में यूट्यूब पर एक वीडियो देखा। इस वीडियो ने वंदना के मन में ड्रैगन फ्रूट की खेती के प्रति दिलचस्पी जगाई। इसके बाद उन्होंने गूगल की मदद से इसकी खेती करने के बारे में जानकारी जुटाई और फिर उद्यान विभाग से सहयोग लिया। सहयोग मिलने के बाद वंदना सिंह की सोच को आधा एकड़ जमीन मिली, जहां उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी। इस खेती से उन्हें इस साल पांच लाख रूपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। वह अपने खेत में ड्रैगन फ्रूट के साथ स्ट्राबेरी की भी खेती भी कर रही हैं और इससे भी उन्हें मुनाफा हो रहा है।
ड्रैगन फ्रूट की खेती में फायदा मिलने के बाद वंदना ने एक एकड़ जमीन पर इसकी खेती करने का मन बनाया है। इसके लिए उन्होंने खुद ही ड्रैगन फ्रूट की नर्सरी लगाई है, जिसे तैयार होने के बाद पौध को खेत में लगाया जाएगा। इस अनोखे फल की खेती करने के लिए क्रंकीट पिलर, लोहे की रिंग टायर और गोबर की खाद की जरूरत होती है। इस खेती में धैर्य रखना पड़ता है क्योंकि पहले और दूसरे साल इसमें कम मुनाफा होता है। लेकिन तीसरे साल से मेहनत का फल मिलना शुरू हो जाता है और मुनाफा लाखों में होता है। इस संबंध में वंदना ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट का एक पौध 50 रुपये में बिकता है। तैयार होने के बाद ड्रैगन फ्रूट को सीधे खेत से ही वाराणसी ले जाया जाता है। जहां पर यह फल 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है।