खबरिस्तान नेटवर्क: ड्राई फ्रूट्स हर किसी को खाना पसंद होता है। लेकिन इसके अगर सही तरीके से न खाया जाये तो ये सेहत को नुकसान भी पहुंचता है। ऐसे में इसके खाने का सही समय, सही मात्रा और सही तरीका जानना बेहद जरूरी है। तो चलिए इसके बारे में जान लेते हैं।
अस्थमा पेशेंट को हो सकता है नुकसान
यूं कहा जाता है कि कोई भी ड्राई फ्रूट का सेवन कर सकत है। लेकिन अस्थमा के मरीजों के लिए ये जहर का काम करता है। बता दें कि कीटाणु से बचाने और ड्राइ फ्रूटस को सुरक्षित तरीके से रखने के लिए इसमें सल्फर डाई-ऑक्साइड का यूज़ होता है। सल्फर डाई-ऑक्साइड अस्थमा मरीजों के लिए ठीक नहीं माना जाता।
Digestive सिस्टम होता है एफेक्ट
ड्राई फ्रूट में फाइबर की मात्रा ज्यादा होने के कारण पाचन तंत्र बिगड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए इसे हमेशा भिगोकर खाना चाहिए। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से कब्ज की समस्या होती है। एक्सपर्ट्स की माने तो एक दिन में 5 बादाम शरीर के लिए बहुत हैं। अगर आपको इसे ज्यादा कंज्यूम करना है तो धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ाएं।
वेट गेन होता है
ड्राई फ्रूट के सेवन से तेजी से वजन बढ़ता चला जाता है। बता दें कि एक रिसर्च के मुताबिक 3500 कैलोरी कंज्यूम करने पर 1 पाउंड वजन बढ़ जाता है। डाइट चार्ट में ड्राई फ्रूट शामिल करने पर आप 250 कैलोरी ज्यादा कंज्यूम करने लगते हैं। इस हिसाब से एक महीने में 2 पाउंड वजन बढ़ जाता है।
दांतों को होता है नुकसान
ड्राई फ्रूट में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है जो फ्रुक्टोज फॉर्म में मौजूद होता है। ज्यादातर ड्राई फ्रूट नमी से बचाने के लिए शुगर कोटिंग में रखे जाते हैं। शुगर दांतों के लिए हानिकारक है। खाने के बाद यह दांतों से लंबे समय के लिए चिपक जाता है और धीरे-धीरे दांतों को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए जब कभी ड्राई फ्रूट खाएं तो अपने दांतों को बचाने के लिए ब्रश जरूर करें।
शुगर क्रैश से थकान महसूस होने लगती है
ड्राई फ्रूट में कार्बोहाइड्रेड की मात्रा ब्लड में ग्लूकोज को बढ़ाती है। ड्राई फ्रूट्स ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को तेजी से बढ़ाता है जिससे एनर्जी मिलती है लेकिन, कुछ देर में ही ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है जिसे 'शुगर क्रैश' कहते हैं. 'शुगर क्रैश' की वजह से थकान महसूस होने लगती है।
किस तरह ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना चाहिए
बता दें सूखे मेवे का सेवन सीधे रूप से करने से बॉडी को नुकसान होता है। ड्राई फ्रूट्स की तासीर गर्म होने के कारण पेट खराब या दर्द हो सकता है। इसलिए ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खाना चाहिए, इससे इसकी तासीर नार्मल हो जाती है। इसलिए ज्यादातर न्यूट्रिशनिस्ट ड्राई फ्रूट्स और नट्स को भिगोकर खाने की सलाह देते हैं। तीन या चार काजू से ज्यादा खाने से बीपी बढ़ सकता है। काजू में कोलेस्ट्रॉल होता है। इसलिए काजू को हमेशा भिगोकर खाएं। काजू को भी 6 घंटे तक भिगोकर खाने से इसकी तासीर नार्मल हो जाती है। बादाम खाने से दिमाग तेज और आंखों की रौशनी बढ़ती है। पांच से दस बादाम को 12 घंटे तक भिगोकर फिर इसका छिलका उतार कर अच्छे से चबा कर खाएं। गर्भवती महिलाओं के लिए यह काफ़ी फायदेमंद होता है। तीन से चार अखरोट खाने से पहले इसे 8 घंटे तक भिगोकर रखें फिर इसे खाएं, इससे इसकी तासीर नार्मल हो जाएगी। इससे बच्चों का दिमाग भी तेज होता हैं। किशमिश की तासीर ठंडी होती है। इसका उपयोग आप किसी भी रूप में कर सकते हैं। दूध में उबालकर पीने का तरीका काफी पुराना है। यह खून बनाने में और शरीर की कमजोरी दूर करने में मदद करता है।
किस तरह ड्राई फ्रूट्स को डाइट में ऐड करें
बता दें बादाम और किशमिश को रात में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट खाएं। इसके अलावा बादाम, किशमिश, नट्स या काजू के साथ स्मूदी बनाकर भी ले सकते हैं। वर्कआउट से पहले डाइट में भी ड्राई फ्रूट्स को शामिल किया जा सकता है। क्रेविंग होने पर लें। खाएं।
ये जानकारी आपको जागरूकता मात्र के लिए दी गयी है खबरिस्तान नेटवर्क इसकी कोई पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए एक्सपर्ट्स से राय जरूर ले।