ख़बरिस्तान नेटवर्क। कोरोना काल में बेटे को 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाकर आंध्र प्रदेश के नेल्लोर से बेटे को तेलंगाना लाने वाली महिला क्या आपको याद है। रजिया 6 अप्रैल 2020 को पुलिस की इजाजत लेकर अकेले ही स्कूटी से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए निकल गईं थी और लगातार स्कूटी चलाकर बेटे को वापस तेलंगाना ले आई थी।
कोरोना वायरस के दौरान बेटे को लाने के लिये 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाने वाली मां रजिया बेगम का बेटा निजामुद्दीन एक बार फिर फंस गया है। दरअसल रजिया ने उसे एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन भेजा था। वह एमबीबीएस के फर्स्ट ईयर में ही पढ़ रहा है। रूस के यूक्रेन पर हमला करने के कारण वहां पर वह फंस गया है लेकिन वह टेलीफोन के जरिये अपने परिवारिक जनों के साथ टच में है।
दरअसल रजिया का बेटा यूक्रेन के सुमी में पढ़ रहा है। सुमी रूसी सीमा के पास स्थित है और वहीं सुमी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध है। वह इस समय हो रही बमबारी से बचने के बंकर में छिपा हुआ है और उसने अपनी मां से परेशान नहीं होने के लिये कहा है।
सुमी में सुरक्षित बेटा
रजिया बेगम के मुताबिक उसने मुझे यह बताने के लिये कॉल किया कि वह ठीक है और उनको उसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। 2020 में रजिया बेगम की अपने बेटे को स्कूटी में बैठाये तस्वीरें बहुत वायरल हुईं थी। रजिया 6 अप्रैल 2020 को पुलिस की इजाजत लेकर अकेले ही स्कूटी से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए निकल गईं थी और लगातार स्कूटी चलाकर अगले दिन दोपहर नेल्लोर पहुंच गईं।
फिर वहां से बेटे को लेकर वापस तेलंगाना लेकर लौटीं थी। रजिया ने तब बताया था कि एक महिला के लिए स्कूटी से इतना लंबा सफर तय करना आसान नहीं होता लेकिन बेटे को वापस घर लाने के जज्बे ने उन्हें हिम्मत दी और वह अपने बेटे को वापस घर ले आईं थी।