खबरिस्तान नेटवर्क. जालंधर।जालंधर में लोकसभा उपचुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। जिसके बाद राजनीतिक पार्टियों पर अपने उम्मीदवार जल्द घोषित करने को लेकर दबाव आ गया है। इसी बीच पंजाब पुलिस के एक रिटायर्ड डीसीपी और कपूरथला के एसएसपी रह चुके राजिंदर सिंह पर भारतीय जानता पार्टी दांव खेलने जा रही है। राजिंदर सिंह को शनिवार भाजपा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत पार्टी में शामिल करवा सकते हैं। पार्टी की तरह से दावा किया जा रहा है कि भाजपा राजिंदर सिंह को जालंधर लोकसभा सीट से कैंडिडेट भी घोषित कर सकती है। वह दलित समाज से आते हैं और जालंधर की लोकसभा सीट भी दलित उम्मीदवार के लिए आरक्षित है।
बता दें कि राजिंदर सिंह के चार साल पहले भी 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में जाने की चर्चा थी। वह नौकरी छोड़कर पार्टी में जाने के लिए भी तैयार थे, लेकिन तब मौका नहीं मिला। उन्होंने भी अपनी सेवाएं पुलिस में ही जारी रखीं। अब लोकसभा चुनाव के दौरान वह सेवामुक्त हो चुके हैं। इस बार कांग्रेस की जगह भारतीय जनता पार्टी ने उनको पार्टी में शामिल करवाने का फैसला किया है। उनको जल्द ही पार्टी में शामिल कराया जाएगा। हालांकि दावा है कि वह शनिवार को ही भाजपा में शामिल हो रहे हैं। राजिंदर सिंह जालंधर में डीएसपी डी, डीएसपी ग्रामीण व बतौर एसपी डी देहात लंबे समय तक सेवाएं दे चुके हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी ने शुरू किया चुनाव प्रचार
दूसरी तरफ से कांग्रेस ने दिवंगत सांसद चौधरी संतोख सिंह की पत्नी कमरजीत कौर को उम्मीदवार घोषित किया है। उन्होंने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। बता दें कि 2014 और 2019 में चौधरी संतोख सिंह जालंधर लोकसभा सीट से जीते थे। बीते दिनों उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। जिसके चलते जालंधर सीट पर उपचुनाव घोषित किए गए हैं। उपचुनाव के तहत 10 मई को वोटिंग होगी और 13 मई को परिणाम घोषित किया जाएगा।
बाकी पार्टियों को नहीं मिल रहे कैंडिडेट
कांग्रेस के अलावा अभी तक किसी अन्य राजनीतिक दल को लोकसभा उपचुनाव के लिए योग्य उम्मीदवार ही नहीं मिल पा रहे हैं। पंजाब में सत्ताधारी पार्टी आम आदमी पार्टी भी किसी अच्छे दलित चेहरे की तलाश में जुटी है। अभी किसी भी नेता का नाम बाहर नहीं आया है, हालांकि कांग्रेस विधायक रहे सुशील रिंकू को आप का कैंडिडेट बनाने की चर्चाएं तेज हैं। वहीं अकाली दल और बसपा भी अभी तय नहीं कर पाई है कि वह इस सीट से किस पार्टी के संयुक्त कैंडिडेट को उतारेगी। चर्चा है कि बसपा को ये सीट दी जा सकती है।