वेब ख़बरिस्तान। जालंधर में नशे को खत्म करने के लिए एक ओर जहां पुलिस सख्ती कर रही है तो दूसरी ओर नशे के आदी लोगों का इलाज अब और शिद्दत के साथ किया जाएगा। भगवंत मान सरकार जिले में 26 नए आउटपेशंट ओपियाड असिस्टड ट्रीटमेंट (ओट) क्लिनिकों को खोलेगी। पंजाब सरकार ने नशे के आदी अधिक से अधिक रोगियों के उपचार के लिए इन क्लिनिकों की स्थापना के लिए मंजूरी दे दी है।
नशे के मरीज नए केंद्रों पर करवाए रजिस्ट्रेशनः डीसी थोरी
डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि नए केंद्र प्रभावित लोगों को उनके घर के नजदीक इलाज सुविधाएं मुहैया करवाने में सहायक होंगे। पंजाब सरकार के नशा विरोधी अभियान को जिले में बड़े स्तर पर सफल बनाने के लिए लोगों से सहयोग की मांग करते हुए डीसी नशे के मरीजों को इन नए केंद्रों पर अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों की सक्रिय भागीदारी के बिना नशे विरुद्ध जंग नहीं जीती जा सकती। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर योगदान देना चाहिए।
जिले में पहले कुल 11 ओट क्लीनिक कर रहे काम
डिप्टी कमिशनर ने बताया कि जिले में पहले कुल 11 ओट क्लीनिक काम कर रहे हैं। इन नए केंद्रों के खुलने से क्लिनिकों की कुल संख्या 37 हो जाएगी। यह नए केंद्र भोगपुर, रंधावा मसनदां, चिटी, रूपेवाली, दुसांझ कलां, बड़ा पिंड, बिलगा, जमशेर, जंडियाला, बुंडाला, मेहतपुर, शंकर, मलिया कलां, तलवण, दादा कालोनी, खुरला कींगरा, भारगो कैंप, पीएचसी मकसूदां, धनोवाली, गढ़ा, काजी मंडी, बस्ती दानिशमंदा, अमन नगर, बस्ती बावा खेल, बस्ती नौ और कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पीएपी में स्थापित किए जाएंगे। डिप्टी कमिशनर ने स्वास्थय आधिकारियों को इन इलाकों के आस-पास रहने वाले लोगों को साथ लेकर नशे विरुद्ध व्यापक अभियान चलाने को कहा है।
अब तक 16,000 से अधिक मरीज हुए पंजीकृत
मेडिकल कमिश्नर डा. ज्योति शर्मा ने बताया कि केंद्रों के लिए चुने गए स्टाफ सदस्यों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ नए सेंटर खोलने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में मौजूदा 11 ओट क्लिनिकों में इनके शुरू होने से लेकर अब तक 16,000 से अधिक मरीज पंजीकृत हुए हैं। नए केंद्रों के खुलने के साथ नशे के खिलाफ अभियान को और शक्ति मिलेगी।