ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर सेंट्रल हलके के आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा को विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। करीब साढ़े 7 घंटे की पूछताछ के बाद रमन अरोड़ा को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद देर रात रमन अरोड़ा को मेडिकल के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया। देर रात 12 बजे के करीब सिविल अस्पताल में मेडिकल के लिए विजिलेंस की टीम की अगुवाई में रमन अरोड़ा का मेडिकल करवाया गया।
सिविल अस्पताल की ईएमओ डॉक्टर सिमरन कौर की देख रेख में रमन अरोड़ा की मेडिकल प्रक्रिया की गई। हालांकि इस दौरान रमन अरोड़ा को गाड़ी से बाहर नहीं निकाला गया।
सीएम पोर्टल पर मिल रही थी शिकायतें
बता दे कि सीएम के पोर्टल पर रमन अरोड़ा के भ्रष्टाचार को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। वह जालंधर के असिस्टेंट टाउन प्लानर सुखदेव वशिष्ठ के साथ मिलकर लोगों को नोटिस भेजते थे और उसके बाद मामला रफा-दफा करने के लिए मोटी रकम लेते थे।
जानकारी देते हुए आप नेता बलतेज पन्नू ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पहले एटीपी के खिलाफ कार्रवाई की गई और फिर उसके बाद आज विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ रेड की गई है। पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपना रही है।
वहीं विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि 14 मई 2025 को ब्यूरो को इंजीनियर्स एंड बिल्डिंग डिजाइनर एसोसिएशन जालंधर के तीन पदाधिकारियों की तरफ से एक शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि ATP सुखदेव वशिष्ट अवैध रिश्वत की मांग करता है।
इंजीनियर्स एंड बिल्डिंग के प्रधान कत्याल की अहम भूमिका आई सामने
इस दौरान जब भी वह अपने अधिकार एरिया में जाता, तो लोगों को धमकी देता है कि उनकी इमारतों को सील कर गिरा दिया जाएगा। एसोसिएशन ने यह भी आरोप लगाया गया था कि उसके पास कई फाइलें लंबित रहती हैं, भले ही उन्हें नगर निगम के अन्य विंगों की तरफ से मंजूरी दे दी गई हो। शिकायत की जांच के बाद विजीलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने इंजीनियर सुनील कत्याल अध्यक्ष इंजीनियर्स एंड बिल्डिंग डिजाइनर एसोसिएशन जालंधर की शिकायत पर ATP विशिष्ट के खिलाफ भ्रष्टाचार के तहत एफआईआर दर्ज की है। विजीलैंस ब्यूरो ने 14/05/2025 को ही उपरोक्त आरोपी सुखदेव वशिष्ठ को गिरफ्तार कर लिया था और अपनी जांच आगे बढ़ाई थी।
जिसके बाद जांच के दौरान पता चला कि आरोपी सुखदेव वशिष्ठ पठानकोट में सीनियर ड्राफ्ट्समैन के पद पर तैनात था, लेकिन उसके पास ATP जालंधर एमसी का अतिरिक्त प्रभार भी था। आरोपी अप्रैल 2022 से अब तक बीच-बीच में छोटे-छोटे अंतराल के साथ लगातार जालंधर में तैनात रहा था। गिरफ्तार ATP सुखदेव वशिष्ठ के कार्यालय परिसर और आवास की तलाशी के दौरान अन्य आपत्तिजनक दस्तावेजों और भौतिक साक्ष्यों के अलावा उसके निजी कब्जे और कार्यालय रिकॉर्ड से अनधिकृत निर्माण और संबंधित मामलों के सैकड़ों आधिकारिक नोटिस बरामद किए गए।
इनमें से कुछ नोटिस डिस्पैच रजिस्टर में दर्ज नहीं पाए गए। बिना किसी कारण के बहुत लंबे समय तक कार्रवाई के बिना लंबित अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए। जांच में पता चला है कि गिरफ्तार अधिकारी की तरफ से स्थानीय राजनेता के साथ मिलकर शहर के लोगों से पैसे ऐंठने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के लिए एक अनोखी कार्यप्रणाली अपनाई जा रही थी। गिरफ्तार ATP विधायक रमन अरोड़ा के कहने पर और उनके परामर्श से निर्मित या निर्माणाधीन इमारतों चाहे वे वाणिज्यिक हों या आवासीय की पहचान करता था और कथित उल्लंघनों के लिए उन्हें नोटिस देता था। जिसके बाद विजिलेंस ने विधायक रमन अरोड़ा भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया है
हाल ही में छीनी गई थी सिक्योरिटी
हाल ही में रमन अरोड़ा की पंजाब सरकार ने सिक्योरिटी वापिसी ले ली थी। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि इस फैसले का कारण नहीं पता और फिलहाल उनके पास कोई सुरक्षा कर्मी नहीं हैं। उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद बाजार में व्यापारी ने लड्डू भी बांटे थे। इसके बाद वह दो दिन सोशल मीडिया पर एक्टिव रहे थे।
कपड़े का है कारोबार
रमन अरोड़ा व्यवसाय से वे कपड़े के व्यापारी हैं और जालंधर के पीर बोदलां बाजार में उनका व्यापार है। राजनीति में आने से पहले, उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे उन्हें कांग्रेस सरकार के दौरान खत्री-अरोड़ा पंजाब बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था।
2021 में आए थे सियासत में
रमन अरोड़ा का राजनीतिक सफर दिसंबर 2021 में शुरू हुआ जब उन्होंने अरविंद केजरीवाल से एक जागरण कार्यक्रम में मुलाकात की। इस मुलाकात से प्रेरित होकर उन्होंने आम आदमी पार्टी से जुड़ने का निर्णय लिया और 2022 के विधानसभा चुनाव में पहली बार उम्मीदवार बने। विधायक बनने के बाद रमन अरोड़ा की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठते रहे हैं। पंजाब सरकार का करप्शन के खिलाफ बड़ा एक्शन है।