ख़बरिस्तान नेटवर्क, धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला विधानसभा परिसर के बाहर बीते 8 मई की रात विवादित बैनर और वॉल राइटिंग करने के दोनों आरोपियों हरबीर सिंह व परमजीत पम्मी से पूछताछ में मामले की परतें खुल रही हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों आरोपियों ने सबसे पहले पंजाब के मोहाली के खरड़ में विवादित झंडे और बैनर लगाए थे. यहां भी इन्होंने स्प्रै पेंट का इस्तेमाल किया था। इसके बाद पंजाब के रोपड़ में 12 अप्रैल 2022 को दोनों ने ऐसी ही घटना को अंजाम दिया। तीसरा मामला हरियाणा का है जहां कुरुक्षेत्र में दोनों ने एक डीएसपी के आवास की दीवार पर विवादित झंडे और बैनर लगाए। चौथे केस में धर्मशाला में हिमाचल विधानसभा के गेट पर घटना को अंजाम दिया गया. दोनों आरोपियों को पुलिस आज रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश करेगी।पुलिस इस संबंध में पब्लिक प्रोपर्टी एक्ट में 153A, 153B IPC के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
दोनों आरोपी आदतन अपराधी
पुलिस के अनुसार आरोपी हरबीर सिंह निवासी रोपड़ का जन्म 15 अक्तूबर 1985 को हुआ और वह 12वीं पास है। आरोपी ने मोहाली कॉलेज से ग्रेजुएशन के लिए दाखिला लिया था, लेकिन 12वीं की कंपार्टमैंट में पास ना होने की वजह से उसे कॉलेज छोड़ना पड़ा था। फिर उसने ड्राइवर का काम शुरू किया। हरबीर के खिलाफ 2013 में मारपीट का केस दर्ज हुआ था और वह तीन महीने के लिए जेल में रहा था। वह लुधियाना में भी मारपीट केस में 20 दिन के लिए जेल जा चुका है।
चोरी के 6 मामले दर्ज
दूसरे आरोपी परमजीत निवासी चमकौर साहिब का जन्म सितंबर 1990 में हुआ। इसने आठवीं में पढ़ाई छोड़ दी थी। परमजीत के खिलाफ चोरी के छह मामले दर्ज हैं। रूपनगर पुलिस थाने में परमजीत के खिलाफ मोबाइल शॉप और ग्रॉसरी की दुकान में चोरी के तीन मामले दर्ज हैं व बाइक चोरी का मामला भी दर्ज है। चंडीगढ़ में आरोपी के खिलाफ दो बाइक चोरी के मामले दर्ज हैं।
पन्नू के संपर्क में थे दोनों, पैसों के लिए वीडियो बनाकर भेजे
दोनों आरोपी हर वारदात के वीडियो बनाकर प्रतिबंधित संगठन सिख फ़ॉर जस्टिस के अमेरिका में छुपे मेंबर गुरपतवंत सिंह पन्नू को भेजते थे जिसके बदले पन्नू इनको पैसे भेजता था। पन्नू के खिलाफ हिमाचल में आतंक निरोधक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज है। हिमाचल पुलिस पन्नू की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने का प्रयास कर रही है।