ईरान की सेना ने शनिवार देर रात 3 बजे (भारतीय समय के मुताबिक) इजराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल से अटैक किया है। वहीं अमेरिकी सेना ने कुछ ड्रोन मार गिराए। इजराइल के आयरन डोम ने ईरान की तरफ से दागी गईं मिसाइलों को रोका।
दुनिया के लिए टेंशन बढ़ी
इजरायल पर ईरान ने 150 क्रूज मिसाइल और 200 से ज्यादा ड्रोन के जरिए हमला किया। इस हमले के कारण पूरी दुनिया टेंशन में है क्योंकि पहले से ही रूस-यूक्रेन और इजरायल हमास के युद्ध से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। ईरान को इस बात की चिंता है कि इजरायल पलटवार कर सकता है।
UN ने की कड़ी निंदा
ऐसे में संयुक्त राष्ट्र(UN) का बड़ा बयान सामने आया है। महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने ईरान द्वारा इजराइल पर किये गए हमले के कारण तनाव में गंभीर बढ़ोतरी की कड़ी निंदा की और आगाह किया कि न तो क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध बर्दाश्त कर सकती है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सभी पक्षों से ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने के लिए अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया, जिससे पश्चिम एशिया में कई मोर्चों पर बड़े सैन्य टकराव छिड़ सकते हैं।
गुटरेस ने शनिवार को एक बयान में कहा आज शाम इस्लामी गणराज्य ईरान द्वारा इजराइल पर बड़े पैमाने पर किए गए हमलों की वजह से तनाव में गंभीर बढ़ोतरी की मैं कड़ी निंदा करता हूं।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, 14 अप्रैल, 2024 की शुरुआत में ईरान की ओर से इज़राइल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागे जाने के बाद, यरूशलेम के पुराने शहर में टेम्पल माउंट के ऊपर चट्टान का गुंबद, रात के आकाश में मिसाइल अवरोधन की रोशनी के साथ दिखाई दे रहा था।
14 अप्रैल, 2024 को तेल अवीव के पास बेन गुरियन हवाई अड्डे के प्रस्थान हॉल में यात्री।
एक फोटो में जॉर्डन के दर्शक और सुरक्षा एजेंट 14 अप्रैल, 2024 को इज़राइल पर एक अभूतपूर्व ईरानी ड्रोन और मिसाइल हमले के बीच अम्मान के ऊपर रोकी गई मिसाइल के मलबे के आसपास खड़े दिखाई दे रहे हैं।
एक सर्फर लहर का इंतजार कर रहा है जबकि एक इजरायली सैन्य नौसैनिक जहाज 14 अप्रैल, 2024 को हदेरा के तट पर भूमध्य सागर में गश्त कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इज़राइली वायु सेना की ओर से जारी की गई तस्वीरें जिसमें ईरान से सीधे हमले को रोकने के बाद वापस लौटते हुए विमान दिखाई दे रहे हैं, 14 अप्रैल, 2024 (इज़राइल रक्षा बल)।
ईरान में भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
ईरान के हमले को देखते हुए वहां मौजूद भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
ईरान की संसद में डेथ टू इजराइल के नारे लगे
इजराइल पर हमले के बाद रविवार सुबह ईरान की संसद बुलाई गई। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, कार्यवाही शुरू होते ही सांसदों ने 'डेथ टू इजराइल', 'डेथ टू अमेरिका के नारे लगाए'। इजराइल पर हमला करने के लिए ईरानी सांसद सरकार को धन्यवाद कहते भी दिखे।
जानें कितनी है दोनों की पॉवर
Iran vs Israel
- Total Population
Iran: 87.6M
Israel: 9.04M
- Available Manpower
Iran : 49.05M
Israel : 3.80M
- Fit-for-Service
Iran : 41.17M
Israel : 3.16M
- Military Personnel
- Active Personnel
Iran : 610K
Israel : 170K
- Reserve Personnel
Iran : 350K
Israel : 465K
- Paramilitary Forces
Iran : 220K
Israel : 35K
- Financials
Defense Budget
Iran : $9.95B
Israel : $24.4B
- External Debt
Iran : $8B
Israel : $135B
- Foreign Reserve
Iran : $127.15B
Israel : $212.93B
- Airpower
Total Aircraft:
Iran : 551
Israel : 612
- Fighter Aircraft:
Iran : 186
Israel : 241
- Attack Helicopter
Iran: 13
Israel : 48
- Land Power
Tank Strength:
Iran : 1,996
Israel : 1,370
- Armored Vehicles
Iran : 65,765
Israel : 43,407
- Self-Propelled Artillery
Iran : 580
Israel : 650
- Naval Power
- Fleet Strength:
Iran : 101
Israel : 67
- Submarines:
Iran: 19
Israel: 5
- Logistics
- Airports:
Iran : 319
Israel : 42
- Merchant Marine:
Iran : 942
Israel : 45
- Natural Resources:
Oil Production
Iran: 3.45M bbl
Israel: 0 bbl
भारत पर पड़ेगा सीधा असर
सबसे पहले यह नया संघर्ष पूरे मध्य पूर्व को अस्थिर कर देगा, जिसका सीधा असर भारत पर पड़ेगा। ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि 7 अक्टूबर को हुए हमले के बाद भी कुछ ऐसा ही हुआ था। इजरायल हमास युद्ध शुरू होने के बाद लाल सागर में हूती विद्रोहियों ने जहाजों पर हमला किया था।
लाल सागर से भारत अरबों का व्यापार करता है और यहां अस्थिरता उसके ट्रेड के लिए खतरा है। इसके अलावा अगर मिडिल ईस्ट में संघर्ष चलता रहा तो इंडिया, मिडिल ईस्ट, यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर के काम में देरी होगी।
इनकी जंग जारी
पिछले दो सालों में रूस-यूक्रेन, इजरायल-फिलिस्तीन, इजरायल-हिजबुल्लाह, चीन-ताइवान, अजरबैजान-आर्मेनिया में जंग हुई। रूस-यूक्रेन का युद्ध अब भी जारी है। इजरायल के खिलाफ जिहादी कैंपेन चलाया जा रहा है। वैश्विक व्यापार को रोकने के लिए लाल सागर, अदन की खाड़ी और अरब सागर में व्यापारिक और सामरिक जहाजों को मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया जा रहा है। सब एकदूसरे से जुड़े हुए हैं।
कब होगा तीसरा विश्व युद्ध
वहीं तीसरा विश्व युद्ध(World War 3) तब शुरू होगा जब अमेरिका चीन पर अटैक करेगा। जिस दिन चीन ताइवान पर पूरी तरह से हमला करेगा। तब इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा। अमेरिका ताइवान की मदद के लिए आएगा। उसके साथ नाटो देश आएंगे। तब चीन अपने मित्र देशों यानी उत्तर कोरिया, रूस, पाकिस्तान और अन्य इस्लामिक देशों के साथ मिलकर नाटो सेना से जंग लड़ेगा।