कनाडा के उच्च शिक्षा संस्थानों में शामिल होने के लिए भारतीयों के आवेदन परमिट में 2022 की तुलना में 2023 में 15% से अधिक की गिरावट आई है। इसका कारण कनाडा में घर लेना है। है। इसके अलावा भारत-कनाडा देशों में द्विपक्षीय तनाव ने गिरावट में भूमिका निभाई है।
2022 में स्टूडेंट्स का बढ़ा था आंकड़ा
शरणार्थी और नागरिकता कनाडा के आंकड़ों के मुताबिक 2023 के लिए स्टडी परमिट आवेदन पिछले साल के 3,63,484 से गिरकर 3,07,603 हो गए जो एक ओवरऑल रिकॉर्ड था। इसकी तुलना में 2021 इसकी गिनती 2,03,6075 थी। हालांकि आवेदनों की संख्या में गिरावट आई है,
भारत से इंटरनेशनल स्टूडेंट को जारी किए जाने वाले वास्तविक स्टडी परमिट में वृद्धि हुई है। यह पिछले साल 2,25,820 से बढ़कर रिकॉर्ड 2,78,860 हो गए हैं। 2022 में जारी किए गए कुल 5,48,720 और 2023 में 6,84,385 में से 41% से अधिक परमिट भारतीय स्टूडेंट्स के पास ही थे।
भारत-कनाडा के आपसी रिश्तों का पड़ा असर
2023 की दूसरी छमाही में आवेदनों में गिरावट शुरू हो गई, जो मुख्य रूप से आवास संबंधी चिंताओं से प्रेरित थी, क्योंकि कनाडा में घर की लागत में तेजी से वृद्धि हुई और कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद दोनों देशों के संबंध खराब हो गए थे।